1857 की क्रांति के महानायक धन सिंह कोतवाल को क्रांति दिवस पर किया गया याद : गाजियाबाद मेरठ एक्सप्रेसवे का नाम क्रांतिकारी धन सिंह कोतवाल के नाम पर रखने की मांग फिर उठी

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मेरठ ( अजय कुमार आर्य / अमन आर्य )1857 की क्रांति के नायक धनसिंह कोतवाल शोध संस्थान के तत्वावधान में यहां चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अटल सभागार में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 1857 की क्रांति के नायक धन सिंह कोतवाल सहित उन सभी क्रांतिकारियों को याद किया गया जिन्होंने उस समय मां भारती के गुलामी के बंधनों को काटने के लिए अपने शौर्य और साहस का प्रदर्शन करते हुए अपना बलिदान किया था। इस अवसर पर मेरठ गाजियाबाद एक्सप्रेस वे का नाम धन सिंह कोतवाल के नाम पर रखने की मांग एक बार फिर से उठाई गई।
इस अवसर पर राज्यसभा के सांसद विजय पाल सिंह तोमर ने कहा कि धन सिंह कोतवाल हम सब के गौरव हैं। उनके कारण ही यह भूमि आज सभी के लिए नमन करने योग्य बन गई है। उन्होंने कहा कि धन सिंह कोतवाल और उनके साथियों ने 1857 की क्रांति के माध्यम से देश को नई राह दिखाई थी। जिस पर चलते हुए अनेक क्रांतिकारी बलिदानी शहीद हुए । उसी के परिणाम स्वरूप एक देश को आजादी मिली। उन्होंने कहा कि धन सिंह कोतवाल जी की संघर्ष गाथा को जीवंत बनाए रखने के लिए सरकार से वह जो भी संभव हो सकेगा, कराने का प्रयास करेंगे।
श्री तोमर ने कहा कि धन सिंह कोतवाल किसी जाति विशेष के ना होकर पूरे राष्ट्र की विरासत हैं। जिन पर हम सब को गर्व करने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि इतिहास में उनका स्थान सुरक्षित करने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे । उन्होंने 1857 की क्रांति के अमर नायक धन सिंह कोतवाल शोध संस्थान की इस बात के लिए भूरि- भूरि प्रशंसा की कि उसका दृष्टिकोण व्यापक है और वह प्रत्येक क्रांतिकारी को सम्मान दिलाने के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि इतिहास में क्रांतिकारियों के साथ किए गए उपेक्षा पूर्ण व्यवहार के लिए पिछली सरकार ने दोषी रही है जिनका एकांगी दृष्टिकोण रहा। पर अब समय आ गया है कि हम अपने नायकों के साथ हुए अपमानजनक व्यवहार को ठीक करें। इस दिशा में प्रधानमंत्री श्री मोदी और उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किए जा रहे प्रयास बहुत ही सराहनीय है।

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