दादरी। ( संजय कुमार) भाजपा के बागी प्रत्याशी जग भूषण गर्ग इस समय भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी और गीता पंडित के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन चुके हैं। चुनाव का पहला चरण 5 मई तक चलेगा। इस पहले चरण में निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे जग भूषण गर्ग ने भाजपा प्रत्याशी को कड़ी चुनौती देकर बहुत बड़ी परेशानी में डाल दिया है। इस समय भाजपा के बड़े-बड़े नेता जग भूषण गर्ग के सामने गिड़गिड़ा रहे हैं और उन्हें प्रलोभन के साथ-साथ कई प्रकार की धमकियां भी दी जा रही हैं। उनके व्यापार को चौपट करने की भी धमकियां दी जा रही हैं। सूत्रों का कहना है कि इसके उपरांत भी जग भूषण गर्ग पीछे हटने को तैयार नहीं हैं और उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे चुनाव लड़ेंगे। वैसे भी इस समय श्री गर्ग के लिए पीछे हटना उनके लिए बहुत बड़ा घाटे का सौदा हो सकता है। यदि भीतरी समीकरणों पर विचार करें तो इस समय बाजी पलटती हुई दिखाई दे रही है। यद्यपि भाजपा के नेता अभी भी चुनाव की स्थिति को लेकर अपनी जीत के दावे कर रहे हैं पर सच यह है कि उनकी रातों की नींद उड़ चुकी है।
जग भूषण गर्ग के समर्थकों का कहना है कि इस समय भाजपा के खेमे में से उठ उठकर लोग उनके साथ आ रहे हैं। ब्रह्मपुरी जहां निवर्तमान चेयरमैन रहती हैं, में भी बड़ी संख्या में लोगों ने श्री गर्ग का बुलाकर स्वागत किया है। इसका दादरी के दूसरे वार्डों के लोगों पर प्रभाव पड़ना भी तय है। इस बार गुर्जर समुदाय भी बड़ी संख्या में श्री गर्ग के साथ जा रहा है। इसके अतिरिक्त वैश्य वर्ग ने भी पहली बार बड़ी एकता दिखा कर अपने प्रत्याशी के साथ लगने का निर्णय लिया है।
श्री गर्ग ने हमें बताया कि वह भाजपा की निष्ठा पूर्वक सेवा करते रहे हैं और एक सच्चे सिपाही की तरह पार्टी के प्रति पूर्ण समर्पण दिखाकर अपनी निष्ठा व्यक्त करते रहे हैं। इसके उपरांत भी पार्टी के कुछ लोगों ने जानबूझकर उनकी उपेक्षा की। उनका कहना है कि इस बार उन्हें परिवर्तन के नाम पर पार्टी ने प्रत्याशी घोषित करने का आश्वासन दिया था। पर अंतिम क्षणों में उनके साथ धोखा किया गया। अब यह उनके साथ नहीं बल्कि पूरे समाज के साथ धोखा है । मैं आज भी अपने आपको पार्टी की विचारधारा के प्रति समर्पित देखता हूं पर जिन लोगों ने मेरी राजनीतिक हत्या करने का षड्यंत्र रचा उनके सामने आत्मसमर्पण करने का कोई सवाल ही नहीं है। गर्ग का कहना है कि वह विकास के नाम पर चुनाव लड़ रहे हैं । निवर्तमान चेयरमैन गीता पंडित के परिवार के लोग जिस प्रकार गरीबों को डरा धमका कर उनका शोषण करते रहे हैं उस प्रकार के आचरण से मुक्ति दिलाना और लोगों की सेवा करना उनकी प्राथमिकता होगी।
श्री गर्ग ने बताया कि हमारे पास ऐसे अनेक प्रमाण है जो चेयरमैन गीता पंडित के लोगों की कलाई खोलते हैं और यह स्पष्ट करते हैं कि वे किस प्रकार गरीबों के साथ ज्यादती करते रहे हैं। भाजपा के नेताओं को चाहिए था कि इस प्रकार की ज्यादती को रोकने के लिए आगे आते और किसी भी दूसरे व्यक्ति को नगर पालिका का प्रत्याशी बनाकर सेवा का मौका देते । पर कुछ लोगों ने अपनी एकाधिकार वादी मनोवृति का परिचय देते हुए भाजपा के अन्य कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की और उनके सम्मान को चोट पहुंचाकर अपनी मर्जी से गीता पंडित का टिकट कराया । अब यह समाज को देखना है कि हम जिस नाइंसाफी के खिलाफ लड़ रहे हैं उसमें वह हमारा साथ दें। हमारा विश्वास है कि समाज की नाइंसाफी के खिलाफ वोट करेगा और सबका साथ सबका विकास की हमारी चिर परिचित कार्यशैली का समर्थन करते हुए हमें सेवा का मौका देगा।
यदि बात ब्रह्मपुरी की करें तो वहां से प्रेम गिरी महाराज, चेतन वत्स, मनु भैया जैसे कई लोगों ने जग भूषण गर्ग की कमान संभाल कर भाजपा प्रत्याशी के लिए कड़ी चुनौती खड़ी करने का काम किया है। भाजपा की प्रत्याशी गीता पंडित के समर्थकों का कहना है कि यह सही है कि जग भूषण गर्ग के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा प्रत्याशी के लिए कड़ी चुनौती खड़ी हुई है पर इसका भी प्रायः नहीं की जग भूषण गर्ग की समस्त जीत सुनिश्चित हो गई है। यदि यह दोनों प्रत्याशी चुनाव लड़ते हैं तो इससे अयूब मलिक की जीत हो सकती हैं जो कि भाजपा के लिए बहुत ही खतरनाक साबित होगी। इसके उपरांत भी भाजपा के नेता अपनी प्रत्याशी को पीछे न हटाने की जिद पर अड़े हुए हैं। उनकी कोशिश है कि जग भूषण गर्ग पीछे हटें और पार्टी में कोई पद लेकर संतुष्ट हो जाए। जबकि गर्ग समर्थकों का कहना है कि ऐसी स्थिति में श्री गर्ग अपने समर्थकों के साथ अन्याय करेंगे। जिसकी उनसे उम्मीद नहीं की जा सकती। बड़ी संख्या में लोगों के गर्ग के साथ जुड़ने की प्रक्रिया में आ रही तेजी को देखकर पता चलता है कि निवर्तमान चेयरमैन गीता पंडित का कितना विरोध है और लोग किसी नए चेहरे की तलाश में किस कदर लगे हुए हैं? कुछ भी हो दादरी नगर पालिका का चुनाव इस समय रोचक बन चुका है। दूसरे चरण में जनमत किधर को झुकाव लेता है यह तो आने वाला समय बताएगा। पर इस समय भाजपा प्रत्याशी गीता पंडित को पसीना दिलाने और उनकी जीत पर बड़े-बड़े प्रश्नचिन्ह लगाने में तो जग भूषण गर्ग सफल हो ही गए हैं।