देश के प्रधानमंत्री मोदी और युवा शक्ति
अंकित सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात रोजगार मेले को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। इस दौरान मोदी ने कहा कि भारत युवाओं को कुशल बनाकर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। मोदी ने कहा कि आज के इस आयोजन से हजारों परिवारों के लिए होली के इस महत्वपूर्ण त्योहार की खुशी कई गुना बढ़ गई है। कुछ ही समय के भीतर गुजरात में दूसरी बार रोजगार मेले का आयोजन हो रहा है। मैं मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और उनकी टीम को इस कार्य के लिए बहुत बहुत बधाई देता हूं। मोदी ने रोजगार पत्र प्राप्त करने वाले युवाओं को उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि मैं उन सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं, जिन्हें आज सौंपे जा रहे हैं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि युवा नए अवसरों का लाभ उठाकर अमृत काल के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में काम करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 5 वर्षों के दौरान 1.5 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है। इसके अलावा गुजरात के 18 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार कार्यालय के माध्यम से अवसर प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार के सभी विभाग और एनडीए की राज्य सरकारें लगातार काम कर रही हैं। लगातार रोजगार मेले का आयोजन हो रहा है। मोदी ने कहा कि हम प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करने की नई रणनीति सुनिश्चित कर रहे हैं। यह सरकारी समर्थन के माध्यम से देश में विनिर्माण, विकासात्मक योजनाओं और उद्यमिता को बढ़ावा देकर किया गया है। उन्होंने कहा कि गुजरात के दाहोद में हमने 20,000 करोड़ रुपये के निवेश से रेल इंजन का कारखाना शुरू किया है। गुजरात सेमीकंडक्टर्स का हब भी बनने जा रहा है और इन परियोजनाओं से रोजगार के हजारों अवसर मिलेंगे।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि नीति निर्माण में समग्र परिवर्तन से एक स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण होता है। हमारे पास देश में 90,000 से अधिक स्टार्टअप हैं और अधिकांश टियर- II और टियर- III शहरों से हैं। उन्होंने कहा कि देश में नए अवसर भी कुशल जनशक्ति के निर्माण की मांग करते हैं। हमारे युवाओं की स्किल पावर ही भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना सकती है। उन्होंने कहा कि सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़कर करोड़ों महिलाएं अपने पैरों पर मजबूती से खड़ी हो रही हैं और पूरे परिवार की आर्थिक व्यवस्था का नेतृत्व कर रही हैं। सरकार इन महिलाओं को सैकड़ों करोड़ रुपए की आर्थिक मदद भी दे रही है।
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