✍️डॉ. राधे श्याम द्विवेदी
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरने और अपनी जमीन जमाने के लिए कुछ विपक्षी पार्टियों द्वारा अब लोक गायिकाओं का उपयोग किया जा रहा है। नेहा सिंह राठौर के यूपी में का बा पार्ट 2 गाने के पीछे की सच्चाई क्या है? क्या ये गाना माहौल खराब कर रहा है या फिर योगी सरकार इससे डर गई है ये आज का बड़ा सवाल है। दरअसल नेहा सिंह राठौर ने यूपी में का बा पार्ट 2 गाना रिलीज किया है। इस नए गीत में नेहा ने यूपी में रेप, अपहरण, रामराज्य जैसे विषयों पर तंज कसा है। नेताओं के परिवारवाद पर भी नेहा ने इस बार निशाना साधा है।
पहले आपको सुनाते हैं कि नेहा राठौर का वो गाने के कुछ अंश जिस पर नया बवाल मचा हुआ है। अपने अंदाज में गाना गाते हुए अधिकारियों और लोकतंत्र पर सवाल खड़े करते हुए नेहा सिंह राठौर ने योगी सरकार पर भी निशाना साधा है। इस यू ट्यूब को बहुत लाइक किया जा रहा है।
‘यूपी में का बा सीजन 2’ में कहा था —
“बाबा के दरबार में घर बार ढह रहे हैं,
मां-बेटी को आग में झोंका जा रहा है.
बुलडोजर से दीक्षित परिवार को रौंदा जा रहा है.
बाबा की डीएम तो बड़ी रंगबाज बा,
कानपुर देहात में ले आई राम राज बा?”
‘यूपी में का बा’ गाना गाने वाली लोक-गायिका नेहा सिंह राठौर के घर पुलिस गई थी . नेहा के ख़िलाफ़ आरोप हैं कि उनके गाने ‘का बा सीज़न-2’से समाज में ‘वैमनस्य’ फैलाया है. 21 फरवरी की रात को उत्तर प्रदेश पुलिस ने नेहा को एक नोटिस थमाया. नोटिस में उनसे सात सवाल किए गए हैं, जिनका स्पष्टीकरण तीन दिन में देने के लिए कहा गया है. जवाब संतोषजनक न होने पर आई पी सी और सीआर पी सी की धाराओं के तहत केस दर्ज किए जाने की बात कही गई है। पुलिस का कहना है कि इस गाने के जरिए सूबे में नफरत का माहौल तैयार किया जा रहा है। यू पी में सब बा गीत लेकर आए सांसद और भोजपुरी अभिनेता रवि किशन का नाम लिए बिना व्यंग्य किया है कि वे ऐसे लोग हैं, जिनको गरीबों का पसीना महकता है।
भाजपा पार्टी के प्रवक्ता संवित पात्रा का जबाब:-
भाजपा पार्टी के प्रवक्ता संवित पात्रा ने प्रेस रिलीज करके नेहा को जबाब भी कुछ इस प्रकार दिया है। पात्रा के शुरुआती बोल ‘यूपी में ई बा’ रहा :-
“यूपी में ई बा,
किसान को छह हजार बा,
राशन दो-दो बार बा,
महिलाओं को अधिकार बा,
सब गुंडन को बुखार बा,
ई बा…अरे भैया यूपी में ई बा।
अनुशासित सरकार बा,
निर्णय सब धुंआधार बा,
दंगाइन की संपत्ति पे,
बुलडोजर से प्रहार बा,
ई बा… अरे यूपी में ई बा।
घर-घर मा पहुंचे सिलेंडर,
अपराधी खुद करे सरेंडर,
शौचालय घर-घर बनवाए,
वैक्सीन भी मुफ्त लगाए,
ई बा..अरे यूपी में ई बा।
योगीजी के बस यूपी के
विकास से मतलब बा,
अब यूपी में सब बा,
सड़क कड़क बा,
बड़ी चकाचक बा,
काशी कॉरिडोर बा,
अयोध्या का हिलोर बा,
न दंगा व्यवधान बा,
सब कही…सम्मान बा,
अरे यू पी में ई बा।”
कवियित्री अनामिका अंबर का जबाब :-
गायिका नेहा राठौर के ‘यूपी में का बा’ के बाद अब मशहूर कवियित्री अनामिका अंबर का ‘यूपी में बाबा’ गीत चर्चा में है। भोजपुरी के बाद अब बुंदेलीखंड अंदाज में सियासी लाइनें लोगों को खूब भा रही हैं। अनामिका अंबर ने गाया है-
“यूपी में बाबा’ गीत
यूपी में काबा काबा नहीं, यूपी में है बाबा,
जौन जै काबा काबा लगे चिल्लियाबे ,
उन्हें हम आए इते बताबे कि इते नहीं कछु दिखाबा , काएके यूपी में बाबा है यूपी में बाबा,
गोरखपुर को जो संन्यासी ,
मन में लेके मथुरा काशी,
जब जा बैठे लखनऊ में ,
जब से यूपी भर की मिटी उदासी ।”
नेहा को यूपी में कुछ अच्छा नहीं दिखा :-
अभी हाल ही में योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया। योगी सरकार ने 6 लाख 90 हजार 242 करोड़ 43 लाख रुपए का बजट पेश किया है। सरकार का दावा है कि ये अमृत काल का बजट है और ये बजट उत्तर प्रदेश को देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। नेहा राठौर ने अपने गाने में योगी सरकार की आलोचना की है। आलोचना करने का हक हर किसी को है लेकिन सवाल ये उठ रहे हैं कि नेहा सिंह ने सरकार की तमाम अच्छी योजनाओं पर कभी कुछ क्यों नहीं गाया। क्या राजनीति से प्रेरित होकर नेहा सिंह ने यूपी में काबा पार्ट टू गाया है। क्या योगी सरकार के विरोधियों की साजिश है कि वो नेहा राठौर को मोहरा बना रही है। सवाल ये भी उठ रहे हैं कि अखिलेश राज में भी कई ऐसी बड़ी घटनाएं हुई जिस पर नेहा सिंह ने कभी कोई गाना क्यों नहीं गाया। क्यों सिर्फ योगी सरकार को टारगेट किया जा रहा है। नेहा सिंह राठौर के इस गाने के बाद विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हो गए हैं। अखिलेश तो सबसे ज्यादा मुखर हो गए है। उन्हें प्रदेश की पिछली बदहाली और गुंडा राज में केवल अच्छाई ही नजर आ रही है। जनता अब बेवकूफ नहीं रह गई है। 2014, 2017 ,2019 और 2022 के चुनाव में मिले जनमत को विपक्षी नेता नजर अंदाज करके कोई उपलब्धि हासिल नहीं कर सकते हैं।
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