आर्य समाज बिहारीपुर बरेली ओर से निकाली गई भव्य शोभायात्रा
(विशेष संवाददाता)
बरेली । विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी आर्यसमाज बिहारीपुर, बरेली द्वारा अपने वार्षिकोत्सव एवं ऋषि बोधोत्सव के अवसर पर भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लगभग 1 किलोमीटर लंबी भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिसका नेतृत्व आनंद पुरुषार्थी जी, सुप्रसिद्ध इतिहासकार डॉ राकेश कुमार आर्य एवं बरेली आर्य समाज के प्रधान डॉ वेद प्रकाश शर्मा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में देश के कई सुप्रसिद्ध विद्वानों, लेखकों एवं उपदेशकों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत थे, अगर महर्षि दयानंद ना होते तो हमारे देश में जाति प्रथा, विधवा विवाह, कन्या शिक्षा, आदि कुप्रथाएं कभी समाप्त न होती। 1857 की क्रांति के संवाहक रहे महर्षि दयानंद ने बहुत ही गोपनीय ढंग से इस क्रांति को चलाया था और भारतीयों को आजादी प्राप्त करने की प्रेरणा दी थी। महर्षि दयानंद का भारतवर्ष पर ही नहीं, समस्त संसार पर बहुत बड़ा उपकार है।
वेदों के प्रकांड विद्वान आचार्य आनन्द पुरुषार्थी ने एक श्लोक की व्याख्या करते हुए कहा की इंद्र कोई देवता नहीं है अपितु जिसकी इंद्रियां होती हैं उनको इंद्र कहते हैं। उन्होंने एक वेद मंत्र की व्याख्या करते हुए आगे कहा कि जिस प्रकार से सोना बेचने वाला सोना बेचता है, लोहा बेचने वाला लोहा बेचता है, सब्जी बेचने वाला सब्जी बेचता है, उसी प्रकार से हम सबको आर्य होने के कारण अपनी पहचान बेचने का कार्य करना चाहिए अर्थात अपनी पहचान को दूसरों को निसंकोच बताना चाहिये। ऋषि का अनुयाई कहकर हमें ऋषि के विचारों को प्रचार-प्रसार देना चाहिए।
आर्य भजनोपदेशक पं. भीष्म आर्य ने भी भजनों के माध्यम से महर्षि दयानंद की बातों का प्रचार किया। प्रख्यात भजनोपदेशक स्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती ने भी भजनों के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन किया । ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश से पहुंचे श्री रविंद्र आर्य ने भी भजन के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन किया।
इस अवसर पर निकाली गई शोभा यात्रा मोती पार्क, महर्षि दयानन्द बैंक (खाना) शिवाजी मार्ग (भगि) होते हुए आर्य समाज मंदिर के निकट दयानंद चौक पर समाप्त हुई।
इस अवसर पर डॉ वेद प्रकाश शर्मा (प्रधान), संदीप अग्रवाल (कोषाध्यक्ष),वेदभानु आर्य (पुस्तकालयाध्यक्ष),आचार्य ओमकार आर्य (आर्य वीर दल अधिष्ठाता), आर्य विनय सक्सेना (मंत्री), श्रीमती सुधा आर्य(प्रधाना),श्रीमती उमा अग्रवाल (कोषाध्यक्षा), श्रीमती कृष्णा आर्या (मंत्राणी), रोहित, दयाराम आर्य,सर्वेश कुमार, महिपाल सिंह, दीपक गोयल (एडवोकेट), सचिन सक्सेना,मोहनलाल शास्त्री, नत्थूलाल आर्य, गौरव अग्रवाल, संदीप अग्रवाल, भगवान दास, सचिन सक्सेना, रविंदर आर्य (छायसां)आदि लोग उपस्थित रहे।