Vअश्लील गालियां इस्लाम की सौगात है
Vअश्लील गालियां इस्लाम की सौगात है
मुसलमानों का भारत से कोई सम्बन्ध नहीं और न आदम कभी भारत आया था ,सभी मुसलमान पाप ,कुकर्म और अवैध सम्बन्ध से पैदा हुए आदम की संतान के वंशज है इस लेख को शयर जरूर करिये
गाली देना असभ्यता और अशिष्टा की निशानी है , भारत में गली देने का प्रचलन उस दिन से हुआ था जिस दिन मुसलमान भारत भारत में आये थे , इसका प्रमाण यह है कि विश्व की सबसे प्राचीन भाषा संस्कृत में एक भी गाली नहीं है , इसी लिए इसे देवभाषा कहा जाता है , इसके विपरीत मुसलमान बात बात पर माँ बहिन की गाली देते रहते हैं ,ऊपर से मौलाना अब्दुल्ला चतुर्वेदी दावा करता है कि इस्लाम ही सही माने में सनातन धर्म है , क्योंकि अल्लाह ने सृष्टि में सबसे पहले आदम को बनाया था जो अल्लाह का पहला नबी और मुस्लिम था , और सभी मुस्लिम उसी के वंशज है हमारे एक मित्र पाठक वरुण श्रीवास्तव ने आज ही फोन से इसका कारन बताने को कहा था ,
इसलिए हम सरल शब्दों में इसका कारण बताते हैं
1-माँ की गाली क्यों देते हैं ?
आपने गौर किया होगा कि मुसलमान अक्सर अपने विरोधी को ” मादर ** ” कह देते है , यह फारसी शब्द है , यह उस व्यक्ति को कहा जाता है ,जिसने अपनी सगी माता के साथ कुकर्म किया हो इसका इतिहास खुद कुरान में मौजूद है
कुरान के मुताबिक अल्लाह ने सबसे पाहिले आदम को बनाया था , जिसकी औरत का नाम हव्वा था , अर्थात उस समय पूरी धरती पर सिर्फ दो लोग थे , फिर आदम और हव्वा के दो लडके हुए , जिनके नाम हाबिल और काबिल थे और धरती की जनसंख्या कुल चार हो गयी ,फिर बताती है की बड़े भाई हाबिल ने अपने छोटे भाई काबिल की हत्या कर दी , इस तरह धरती पर कुल तीन लोग रह गए दो पुरुष एक स्त्री जो अदन में रहते थे बाद में अल्लाह ने आदम को अदन से उठा कर श्री लंका (हदीस में भारत लिखा है ) में पटक दिया , और वह वहीँ बस गया और वहीँ मर गया आज भी लंका में उसकी निशानी है , वह जिस पर्वत पर मरा था उसे (Adams Peak ) कहते हैं ,और आदम की पत्नी हव्वा इराक के शहर उबुल्ला में अपने लडके हाबिल के साथ रहने लगी ,याद रखिये उस समय पूरी धरति पर एकमात्र स्त्री हव्वा ही थी ,
फिर इनका वंश आगे कैसे चला ? इस सवाल का जवाब देने से मुल्ले कतराते हैं , लेकिन वास्तविकता यह है कि हाबिल ने अपनी माता से सहवास किया था , जिस से दो लड़कियां पैदा हुई थी , जिनके नाम ” ओवेन (Owain )और ” अजरुन ( Azrun ) थे , इसतरह हाबिल दुनिया का पहला ” मादर **” था ! , जिसे मुस्लमान इस्लाम का दूसरा नबी मानते है !!
2- बहिन की गाली क्यों देते हैं ?
पहली गाली की तरह यह गाली भी मुसलमानों में खूब प्रचलित है , अपनी बहिन के साथ दुष्कृत्य करने वाले को “बहिन ** ” कहा जाता है ,अरबी और फारसी कथाओं (Legends ) के अनुसार हाबिल की दौनों लडकिया ( हव्वा की बेटियां होने से हाबिल की बहिने ) जब बड़ी हुईं तो हाबिल में हव्वा से कहा कि मैं इन दौनों बहिनों से शादी करना स चाहता हूँ , लेकिन मुझे अजरुन अधिक पसंद है , इस पर हव्वा ने दौनों से शादी करने को कहा ,
इस तरह से हाबिल दुनिया का पहला ” बहिन ** ” भी था ,
शायद यही कारण है अल्लाह ने अपने दूसरे रसूल हाबिल को सम्मानित करने के कुरान की सूरा अहजाब 33:50 में मुहमम्मद को अपनी रिश्ते की बहिनों से शादी करने को जायज कर दिया ,
यदि किसी के पास इन तर्कों का कोई अन्य उत्तर हो तो कमेंट जरूर करें , चूँकि यह लेख एक घंटे में तैयार किया है ,
मौलाना अब्दुल चतुर्वेदी इस्लाम को सनातन इस लिए कह रहा है इस्लाम में ” मादर ** ” और बहिन ** ” लोगों की परंपरा हाबिल से लेकर मुहम्मद तक अनवरत अटूट चली आ रही है , और मुसलमान उन्हीं के वंशज है , ऐसे महान लोग धन्य है , इनके आगे हिन्दू कुछ नहीं है
गौर करने की बात है कि आदम और उसकी औरत कभी भारत नहीं आया बल्कि यह दौनों लंका में मरे थे और वहीँ उनकी कबरें है जो चाहे देख सकता है मौलाना साजिद रशीदी ने झूठ कहा कि पहले लंका को भी भारत माना जाताथा , यह भी झूठ है इस्लाम से पहले ही भारत को “अल हिन्द – الهند “और लंका को “सरन दीब – سرنديب ” कहा जाता था इसका संस्कृत शब्द ‘स्वर्ण द्वीप ” है \ लंका के मन्नार स्थित पहाड़ पर आदम और हव्वा की कबरें
Tomb of Adam and Eve in Mannar, Sri Lanka –
बृजनंदन शर्मा
(लेख में प्रस्तुत किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं)
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