साइनस की अनुभूत औषधि

1-सितोपलादि चूर्ण 2ग्राम  
    2-श्रृंग भस्म 250 मि,ली
   3-त्रिभुवन कीर्ति रस 125मिलीग्राम
   4-नारदीय लक्ष्मी विलासरस-125 मि,ग्रा0
 5- रससिंदूर 100मिलीग्राम
 6-गोदंती भस्म 250मिलीग्राम
विधि- इन सबको को अच्छी प्रकार से खरल करें । और तीन खुराक बनाएं। एक सुबह एक शाम और दोपहर शहद के साथ ले ।
 इसके साथ हरिद्राखंड चित्रक हरीतकी अवलेह का प्रयोग भी कर सकते हैं तथा षड्बिंदु तेल का नस्य करें।
      दूसरा प्रयोग
1-हेमाभ्रसिंदूर 50मिलीग्राम
2-प्रवाल पिष्टी 125मिलीग्राम
3-श्रृगंभस्म 125मिलीग्राम
4-गिलोय सत्व 125मिलीग्राम
5-सितोपलादि चूर्ण 1ग्राम
6-च्यवनप्राश1 चम्मच
विधि- एक -एक मात्र दिन में तीन बार चाट लेवे।
इसके साथ प्रयोग करने वाली औषधि
 1. द्राक्षारिष्ट चार चम्मच सुबह शाम भोजनोपरांत पानी के साथ लेवे
2 षडबिंदु तेल दिन में दो बार दो-दो बूंद नाक में डालें।.
तीसरा प्रयोग 
1-त्रिफला चूर्ण 3 ग्राम
2-हरिद्रा चूर्ण 1 ग्राम
3-त्रिकुटा चूर्ण 2 ग्राम
इसको रात्रि के समयआपस में मिला करके गर्म जल के साथ सेवन करें। लक्ष्मी विलास रस नारदीय एक-एक गोली प्रतिदिन तीन बार चाहत है ।शहद व अदरक के रस के साथ लेने।।
  ध्यान देने योग्य बातेंअपथ्य का प्रयोग ना करे।
1-अत्यधिक का भोजन करना है।
 2-वेग कोरोकना ।
3-ठंडा जल से स्नान करना।
4-दिन में सोना ।
5-रात में जागना ।
6-आइसक्रीम खाना ।
7-कोल्ड ड्रिंक पीना ।
8-फ्रीज की वस्तुओं का प्रयोग करना। 9-दही खाना ।
10-मांसाहार खाना।
 11-गरिष्ठ भोजन करना ।
12-धूम्रपान करना ।
13-अत्यधिक मैथुन करना।
14-कफवर्धक पदार्थ लेना।
15-एयर कंडीशन में रहना आदि निषेध है
पथ्य एवं आहार विहार प्रयोग ?
1-उपवास करना अल्पाहार लेना
2-उष्ण जल प्रयोग करना।
 3-सिर में सरसों का तेल लगाना
4-सरसों के तेल का नाक में प्रयोग करना ।
5-सुबह सूर्य की धूप का सेवन करना। 6.रसाहार करना।
7.मेथी की पत्ती की सब्जी या सूप लेना।
8.तुलसी के पत्ते का काढ़ा पीना ।
9.सुबह-शाम हल्दी युक्त दूध लेना। 10.सलजम लौकी तरोई बैगन की सब्जी खाना।
 11.चोकर समेत आटे की रोटी खाना।
12.वेगो को ना रोकना ।
13.जलनेती करना ।
14.प्राणायाम करना।
 15.काली मिर्च हल्दी लहसुन अदरक का प्रयोग करना।

साइनस संबंधित लक्षण
 1.नाक बंद रहना ।
2.सिर में भारीपन होना ।
3.तीव्र सिर दर्द होना या हल्का दर्द लगातार होना ।
4.नाक से पीला बलगम निकलना ।
5.गले में हर समय बलगम चिपका हुआप्रतीत होना ।
6.सुबह उठने पर छींके आना।
 7.बालों के असमय सफेद होना ।
8..किसी काम में रुचि ना होना ।
9.कब्ज ना होना ।
10.भूख खुलकर नहीं लगना। 11.चिड़चिड़ापन होना।
12स्मरण शक्ति कमजोर होना ।
13.गंध का ठीक से पता ना लगना
यह सब लक्षण साइनस समान्य वा जीर्ण अवस्था तक के है ।
    उपरोक्त दिए गए ! औषधि विवरण अनुभवात्मक हैं ।अत: इसके प्रयोग करने से पूर्व आप वैद्य की सलाह अवश्य ले ले।
            आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक मिशन निरोग भारत मो. 7357329662

Comment: