इस्लाम की नजर में नारी कुत्ता और गधा बराबर हैं
आपको यद् होगा जब धीरेन्द्र शास्त्री ने एक मुस्लिम महिला को हिन्दू धर्म में सम्मिलित किया था उस महिला ने कहा कि इस्लाम में नारी की कोई इज्जत नहीं है इसलिए महिलाओं के लिए सबसे अच्छा हिन्दू धर्म है और उसी दिन सेमुल्ले हिन्दू धर्म के विरुद्ध षडयंत्र करने लगे चूँकि यह मुल्ले खुद आगे नहीं आते क्योंकि इस्लाम की पोल खुलने काभय है ,इसलिए वह ऐसे लोगों को आगे कर देते हैं जो नामके हिन्दू मगर अंदर से मुस्लिम होते है इन लोगों आज कर राम चरित मानस की चौपाई क बहाना करके दंगा करने की योजना बना रही है इस चौपाई में पिछड़ी जाती के लोगों और नारियों को मारने का आदेश है उनको पशुओं के बराबर कहा है लेकिन सब जानते हैं कुरान में सभी गैर मुसलमान को क़त्ल करने का आदेश है अब तो पाकिस्तान में अहमदी मुसलमान मारे जा रहे हैं लेकिन लोगों को पता होना चाहिए की इस्लाम नारी को कुत्ता और गधे के बराबर और मारने पीटने योग्य मनाता है कुछ प्रमाण दिए जा रहे हैं
- 1 -नारी अपूर्ण और टेढ़ी बनायीं गयी है
- बाइबिल और हदीस के अनुसार अल्लाह ने स्त्री यानि प्रथम स्त्री को आदम की एक पसली से बनाया था ,अर्थात आदम के शरीर का एक अंश लेकर बनाया था ,चूँकि पसली को सीधा नहि किया जासकती इसी तरह स्त्री को सीधा यानी सुधारा नहीं जा सकता है इसके यह हदीस दी जा रही है
- नारी को एक पसली से बनाया गया है ,कुछ भी करो वह सीधी नहीं हो सकती
- “نَّ المَرأةَ خُلِقَت مِنْ ضِلَع، لَنْ تَسْتَقِيمَ لَكَ عَلَى طَريقة “
- “The woman was created from a rib and will not remain straight for you in any way.
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Sahih Muslim 1467b
In-book reference : Book 17, Hadith 79
USC-MSA web (English) reference : Book 8, Hadith 3467
2-कुत्ता ,गधा और नारी नापाक हैं
इस्लाम के अनुसार कुत्ता ,गधा और नारी इतने नापाक है कि अगर नमाजियों के सामने से कोई कुत्ता ,गधा और स्त्री गुजर भी जाये तो सभी नमाजियों की नमाज बेकार हो जाएगी चाहे स्त्री बुरका पहिंन कर भी गुजर जाये ,यह प्रामाणिक हदीस देखिये ,
“आयशा ने कहा कि अगर नमाजियों के सामने से कुत्ता ,गधा और स्त्री गुजर जाये तो नमाज पढ़ने वालों की नमाज निष्प्रभावी हो जाएगीNarrated `Aisha:”Prayer is annulled by a dog, a donkey and a woman (if they pass in front of the praying people).” I
، عَنْ عَائِشَةَ، أَنَّهُ ذُكِرَ عِنْدَهَا مَا يَقْطَعُ الصَّلاَةَ فَقَالُوا يَقْطَعُهَا الْكَلْبُ وَالْحِمَارُ وَالْمَرْأَةُ
Sahih al-Bukhari 511
In-book reference : Book 8, Hadith 158
(English) reference : Vol. 1, Book 9, Hadith 490
स्त्रियों को पीटो
और जो पत्नियों ऐसी हो जिनकी सरकशी का तुम्हें भय हो, उन्हें समझाओ और बिस्तरों में उन्हें अकेली छोड़ दो और उन्हें मारो भी। जिस से वे तुम्हारी बात मानने लगे, तो उनके विरुद्ध कोई रास्ता न ढूढ़ो। अल्लाह सबसे उच्च, सबसे बड़ा है
(وَٱضْرِبُوهُنَّۖ-और मारो उन्हें; then leave them alone in bed; then beat them; सूरा निसा -4 :34
स्वामी प्रसाद में हिम्मत हो तो कुरान यह आयत और हदीस पर केस कर के दिखाए
(485)
ब्रजनंदन शर्मा