रीता बहुगुणा जोशी उत्तर प्रदेश की 16वी विधानसभा में विधायक रहीं। वह उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री हेमवती नंदन बहुगुणा की पुत्री हैं। श्रीमती बहुगुणा जोशी अपने आप में एक संघर्षशील और जुझारू महिला राजनीतिज्ञा के रूप में जानी जाती हैं। वह दिसंबर
2016 में भाजपा में सम्मिलित हुई थीं। उससे पहले उन्होंने 2007 से लेकर 2012 तक उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद को सुशोभित किया। जबकि इससे पूर्व 2003 में वह अखिल भारतीय कांग्रेस महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रही थीं। उन्होनें अपनी
संघर्षशीलता के कारण अपना विशेष स्थान बनाया है। योगी सरकार में वह कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्यरत हैं।
श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी इतिहास से एम0ए0 और पीएचडी कर चुकी हैं। डॉक्टर जोशी का नाम इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के सबसे अच्छे अध्यापकों में गिना जाता है एवं मध्यकालीन तथा आधुनिक इतिहास की प्रोफेसर रहीं, श्रीमती जोशी 1995 से लेकर 2000 तक
इलाहाबाद की मेयर रह चुकी हैं। तब उन्हें समाजवादी पार्टी ने इलाहाबाद से अपना मेयर का उम्मीदवार मनोनीत किया था। इसी के बाद वह सक्रिय राजनीति में उतरीं लेकिन चुनाव जीतने के बाद उन्होंने सपा छोडक़र कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। इस प्रकार रीता बहुगुणा
जोशी को विशेष प्रशासनिक अनुभव प्राप्त है। वैसे भी वह जिस राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़ी रही हैं उसमें उनके भीतर ऐसी प्रतिभा का विकास हो जाना स्वभाविक था। उनके पिता स्वर्गीय श्री हेमवती नन्दन बहुगुणा भी अपने आप में एक विशेष व्यक्तित्व के धनी थे।
जिनका नाम संघर्षशील व्यक्तित्व के रूप में लिया जाता रहा है।
श्रीमती बहुगुणा जोशी इस समय उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में महिला कल्याण परिवार, कल्याण मातृत्व और बाल कल्याण एवं पर्यटन मंत्री के रूप में कार्य कर रही हैं। इनका जन्म 22 जुलाई 1949 को उत्तराखंड में हुआ था, जबकि वर्तमान में आप लखनऊ में
निवास कर रही हैं। भारतीय इतिहास के बारे में विशेष जानकारी रखती हैं और भारतीय संस्कृति, धर्म और इतिहास के प्रति समर्पित व्यक्तित्व के रूप में अपने आप को पहचान दिलाने में सफल रही हैं। उनसे अपेक्षा की जाती है कि वह भारतीय इतिहास के पुनर्लेखन पर
विशेष ध्यान देंगी और जो विदेशी इतिहास लेखकों ने या भारत के लेखकों ने जानबूझकर भारत के इतिहास के साथ कहीं ना कहीं छेड़छाड़ की है- उसमें वह अपने स्तर पर सुधार करने की दिशा में विशेष कार्य करेंगी।
योगी सरकार में वह जिस प्रकार अपना कार्य कर रही हैं- उससे स्पष्ट होता है कि वह योगी सरकार की सबसे भरोसेमंद मंत्रियों में शुमार की जाती हैं उनका कार्य संतोषजनक ही नहीं बल्कि विशेष रहता है। इसीलिए उनको योगी सरकार में विशेष सम्मान की दृष्टि से देखा
जाता है। वह प्रत्येक प्रकार के लफड़ो, झगड़ों और घोटाले घपलों से दूर रहने वाली महिला के रूप में जानी जाती हैं। अपनी स्पष्ट छाप बनाने में वह सफल रही हैं।
अपेक्षा की जाती है कि रीता बहुगुणा जोशी अपने शानदार व्यक्तित्व को देखते हुए अपना कार्य भी शानदार ढंग से निर्वाह करती रहेंगी। पूर्व में उन्हें संयुक्त राष्ट्र की ओर से दक्षिण एशिया की सर्वाधिक प्रतिष्ठित महिलाओं में शुमार किया गया था। यह उनके ही व्यक्तित्व
का चमत्कार था कि उन्हें ऐसा सम्मान प्राप्त हुआ। हम आशा करते हैं कि वह अब भी अपनी शानदार विरासत को और सुंदर व्यक्तित्व की खासियत को आगे बरकरार रखती रहेंगी और उत्तर प्रदेश का नाम रोशन करने में अपनी ओर से कमी नहीं छोडेंगी।