18 57 की क्रांति के नायक और जनक धन सिंह कोतवाल शोध संस्थान के चेयरमैन डॉक्टर तस्वीर चपराना का कहना है कि शोध संस्थान प्रत्येक क्रांतिकारी का सम्मान करता है। उन्होंने “उगता भारत” के साथ एक विशेष बातचीत में कहा कि हमें किसी भी प्रकार की संकीर्णता का प्रदर्शन नहीं करना चाहिए और जिस क्रांतिकारी ने जितनी शिद्दत और वीरता के साथ देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए या तो आजादी से पहले या उसके बाद कभी अपना बलिदान दिया है शोध संस्थान उस प्रत्येक सपूत का हृदय से सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए आगे भी ऐसे कार्यक्रम किए जाते रहेंगे। श्री चपराना ने कहा कि इतिहास तभी करवट लेता है जब कोई क्रांतिकारी जन्म लेता है अन्यथा एक बनी बनाई लीक पर इतिहास चलता रहता है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक क्रांतिकारी इतिहास को नई परिभाषा देता है नई ऊंचाई देता है। यदि इस कार्य को अपने समय में 18 57 की क्रांति के जनक धन सिंह कोतवाल जी ने किया था तो उस पर हमें गर्व करने का अधिकार है जितना किसी अन्य क्रांतिकारी के ऐसे महान कार्य पर गर्व करने का अधिकार है । उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि जब हम युवा पीढ़ी को अपने इतिहास की वास्तविकता से अवगत कराएं। जो देश अपने युवाओं से अपने सच्चे इतिहास को छुपा लेते हैं वे एक दिन मिट जाते हैं । भारत एक जीवंत देश है जिसके पास क्रांतिकारियों का एक जीवंत इतिहास है , इसलिए हम अपने युवा समाज को अपने क्रांतिकारियों के जीवंत इतिहास को बताना, समझाना और पढ़ाना अपना कर्तव्य मानते हैं।
श्री चपराना ने उन सभी संगठनों और समाज के प्रतिष्ठित लोगों का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया जिन्होंने इस बड़े आयोजन को करने में किसी भी प्रकार का अपना सहयोग व समर्थन प्रदान किया था। उन्होंने कहा कि बिना जनसमर्थन के कोई भी बड़ा कार्य सफल नहीं हो सकता। मैं इस बात के लिए अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हूं कि क्षेत्र के सभी प्रतिष्ठित लोगों के साथ-साथ विभिन्न संस्थानों ,संगठनों और संस्थाओं के लोगों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग व समर्थन दिया।
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