नासा से मिली उपलब्धियों से एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में है नाम दर्ज
नई दिल्ली
10 नवंबर को कैलिफोर्निया में वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस में स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स 3 से यूनाइटेड लॉन्च एलायंस (यूएलए) एटलस वी 401 रॉकेट पर निर्धारित संयुक्त ध्रुवीय उपग्रह प्रणाली एनओएए के ध्रुवीय-परिक्रमा पर्यावरण उपग्रहों की नवीनतम पीढ़ी का जेपीएसएस-2 लॉन्च कर दिया गया। जिससे वैज्ञानिकों को मौसम के पूर्वानुमानों को सूचित करने के लिए सटीक डेटा उपलब्ध हो सकेगा।
इससे वैज्ञानिकों को सटीक भविष्यवाणी करने और चरम मौसम की घटनाओं के लिए तैयारी करने में मदद मिलेगी।जेपीएसएस-2 के सुरक्षित रूप से कक्षा में पहुंचने के बाद, लॉफ्टिड कम-पृथ्वी की कक्षा से पुन: प्रवेश प्रक्षेपवक्र का अनुसरण करेगा ताकि इन्फ्लेटेबल हीट शील्ड की धीमी गति और पुन: प्रवेश से बचने की क्षमता का प्रदर्शन किया जा सके। मंगल, शुक्र और टाइटन जैसे गंतव्यों के लिए चालक दल और बड़े रोबोटिक मिशनों का समर्थन करने के साथ-साथ पृथ्वी पर भारी पेलोड वापस करने के लिए प्रौद्योगिकी को और विकसित किया जा सकता है।
पूर्व के पांच उपग्रहों सहित इस महत्वाकांक्षी लॉन्च इवेंट के साथ ही पृथ्वी विज्ञान आभाषी उत्सव में वर्चुअल गेस्ट की उपलब्धि पाकर भारत से बहुमुखी प्रतिभा के धनी राकेश छोकर ने एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स व इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराने की विशिष्ट उपलब्धि हासिल की है। इस बाबत श्री छोकर का कहना है कि नासा के महत्वकांक्षी वर्चुअल इवेंट से जुड़कर लॉन्च कार्यक्रमों का अनोखा और रोमांचित करने वाला शानदार अनुभव होता हैं, इससे अंतरिक्ष विज्ञान और नये अन्वेषणों का ज्ञान होता है।नई पीढ़ी के भविष्य के लिए यह बहुत ही उपयोगी हैं।