उगता भारत ब्यूरो
बरेली I बैरमनगर गांव में हिंदुओं को मुस्लिमों ने निशाने पर ले लिया। आरोप है कि हिंदुओं ने मंदिर निर्माण शुरू किया तो मुस्लिमों ने विरोध शुरू कर दिया। एकजुट होकर काम रुकवा दिया। फिर कारोबार बंद कराने की धमकी दी। एलान करते हुए कहा गया कि गांव का कोई भी व्यक्ति हिंदुओं से सामान नहीं खरीदेगा। आरोपितों की दुस्साहस भरी इस धमकी का गांव के ही किसी शख्स ने वीडियो बना लिया फिर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया। हिंदू पक्ष के लोगों ने मामले में एसएसपी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
मुस्लिम बाहुल्य है बैरमनगर गांव
शेरगढ़ का बैरमनगर गांव मुस्लिम बाहुल्य आबादी वाला है। गांव में हिंदुओं ने वर्षों पहले कुआं बनवाया था। इस पर हिंदुओं में शादी के दौरान पूजन किया जाता है। कुएं के पास छोटा शिवलिंग रखा है जिस पर लोग दीपक जलाते हैं। इसी बीच बच्चों ने यहां ईंटें लगा दीं तो इसको लेकर मुस्लिमों ने विरोध शुरू कर दिया। कहा कि मंदिर निर्माण होने नहीं दिया जाएगा।
आरोप है कि ग्राम प्रधान ने कहा कि हिंदुओं से लेनदेन बंद करो। मुस्लिमों को कसम खिलाई कि कोई भी हिंदुओं से सामान नहीं खरीदेगा। किसी ने इसका वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया। वीडियो प्रसारित होने के बाद गांव में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी। संभ्रांत लोगों ने कहा कि गांव का माहौल खराब हो रहा है। भाईचारे के साथ रहने वाले लोग एक-दूसरे के विरुद्ध हैं। एसएसपी से की गई पूरे प्रकरण की शिकायत
बैठक कर इसका हल निकलना चाहिए। बाद में दोनों पक्षों के संभ्रांत लोगों ने बैठकर आपस में समझौता कर लिया। समझौता होने के बाद दोबारा वीडियो प्रसारित होने लगी। गांव के वीरेंद्र सिंह, उग्रसेन, वेद प्रकाश, भूप राम, लीलाधर आदि ने एसएसपी अखिलेश चौरसिया से पूरे प्रकरण की वीडियो एवं प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की। हालांकि, गांव में शांतिपूर्ण माहौल है क्या बोले अधिकारी
एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि दोनों संप्रदायों ने बातचीत से विवाद का हल निकाल लिया था। हिंदू पक्ष ने लिखकर अनुमति के बाद ही नियमानुसार निर्माण की बात कही है। गांव में दोनों पक्षों में कोई तनाव नहीं है। कुछ लोग अनावश्यक माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।
साभार
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