मुसलमानों का विश्वास है कि कोई काफिर ,मुशरिक या गैर मुस्लिम जन्नत में नहीं जाएगा , अल्लाह सिर्फ ईमान वालों को ही जन्नत में दाखिल करेगा , कुरान और हदीसों में जन्नत के बारे में ऐसी ऐसी बातें भरी हुई हैं जिनको पढ़कर या मुल्लों द्वारा बताई गयी बातों को सुन कर हरेक मुस्लिम के दिल में जन्नत में जाने की तमन्ना करता रहता है , ऊपर से मुसलिम प्रचारकों ने मुसलमानों को जन्नत में जाने का जो सबसे आसान रास्ता बताया है वह है ” जिहाद ” इसके अनुसार जो मुजाहिद जितने अधिक काफिरों को मारेगा या उनको मारते हुए शहीद हो जाएगा , जन्नत में उसका मरतबा उतना ही बड़ा होगा ,मुस्लिम प्रचारक मुसलमानों को बताते रहते हैं कि जन्नत में तुमको हूरों के साथ असीमित अय्याशी करने का अवसर मिलेगा , दुनिया में जितना भी जिहादी आतंक और निर्दोषों की हत्याएं हो रही हैं उनके पीछे जन्नत का लालच ही है , यहाँ तक मुस्लिम औरतें भी जन्नत में जाने के सपने देखने लगी है
लेकिन अगर मुस्लिम ध्यान से जन्नत संबधी हदीसें पढ़ ले तो तो उनका जन्नत का सपना चकनाचूर हो जाएगा , क्योंकि जन्नत के नाम पर उनको धोका दिया गया है , इस छोटे से लेख में हम ऐसे तीन धोखे दे रहे हैं
1-पहला धोखा
औरतें जन्नत में नहीं जाएगी , यह बात हमने अपने लेख में प्रमाण सहित देदी है , इसका मतलब लगभग मुस्लिमों की आधी आबादी जन्नत में नहीं जायेगी , क्योंकि मुस्लिमों की कुल आबादी में लगभग आधी औरतें हैं , अब बचे मुस्लिम मर्द .
2-दूसरा धोखा
हदीसों के अनुसार जन्नत में केवल सत्तर हजार (70000 ) लोगों के लिए जगह है , अर्थात मुसलमानों की आधी आबादी में सिर्फ सत्तर हजार लोग ही जन्नत में घुस आएंगे , हो सकता है अबतक जन्नत का हॉउसफुल हो गया हो , यह बात भी हमने लेख में प्रमाणों सहित पहले दे दी है
3-तीसरा धोखा
मान लीजिये कुछ मुसलमान चालाकी से या जन्नत के अधिकारीयों को रिश्वत देकर सत्तर लोगों की भीड़ मेंचुपचाप से जानत में घुस भी जायेंगे तो भी उनको जन्नत में नहीं जाने दिया जायेगा , क्योंकि रसूल ने साफ साफ कह दिया है कि ” जन्नत में केवल बिना खतना वाले लोग ही जायेगे ! (बिना खतना वाला यानी – uncircumcised)
इसके प्रमाण के लिए दो हदीसें दी जा रही हैं
1-पहली हदीस
इब्ने अब्बास ने कहा कि रसूल ने बताया जब तुम अल्लाह से मिलने जन्नत जाओगे तो नंगे पैर पैदल चल कर जाना पड़ेगा और वही लोग जा सकेंगे जो बिना खतना वाले होंगे ,
Narrated Ibn `Abbas:
The Prophet (ﷺ) said, “You will meet Allah barefooted, naked, walking on feet, and uncircumcised.”
“سَمِعْتُ ابْنَ عَبَّاسٍ، سَمِعْتُ النَّبِيَّ صلى الله عليه وسلم يَقُولُ “ إِنَّكُمْ مُلاَقُو اللَّهِ حُفَاةً عُرَاةً مُشَاةً غُرْلاً ”. قَالَ سُفْيَانُ هَذَا مِمَّا نَعُدُّ أَنَّ ابْنَ عَبَّاسٍ سَمِعَهُ مِنَ النَّبِيِّ صلى الله عليه وسلم.
Reference : Sahih al-Bukhari 6524
In-book reference : Book 81, Hadith 113
USC-MSA web (English) reference : Vol. 8, Book 76, Hadith 53
2-दूसरी हदीस
इब्ने अब्बास ने कहा जब रसूल लोगों खुत्बा दे रहे तो मैंने सुना की रसूल ने कहा “जब तुम अल्लाह से मिलने जन्नत जाओगे तो तुम्हे नंगे पैर चल कर और नंगे होकर जाना पड़ेगा और बिना खतना वाला भी होना चाहिए ”
Ibn Abbas reported that he heard Allah’s Messenger (ﷺ) deliver an address and he was saying that they would meet Allah barefooted, naked and uncircumcised.
عَبَّاسٍ، سَمِعَ النَّبِيَّ صلى الله عليه وسلم يَخْطُبُ وَهُوَ يَقُولُ “ إِنَّكُمْ مُلاَقُو اللَّهِ مُشَاةً حُفَاةً عُرَاةً غُرْلاً ” . وَلَمْ يَذْكُرْ زُهَيْرٌ فِي حَدِيثِهِ يَخْطُبُ
Reference : Sahih Muslim 2860 a
In-book reference : Book 53, Hadith 69
USC-MSA web (English) reference : Book 40, Hadith 6846
नोट – इन दौनों हदीसों में बिना खतना वाले ( uncircumcised ) को अरबी में “गरला – غُرْلاً ” कहा गया है . अरबी डिक्शनरी में इस शब्द का अर्थ ” गैर मख़्तून -غير مختون” है , फारसी में इसका अर्थ ” खतना न शुदः – ختنه نشده
” है , अर्थात ऐसा व्यक्ति जिसकी खतना नहीं की गयी हो ,
और बड़े विरोधाभास की बात तो यह है कि एक भी ऐसी हदीस नहीं है कि जिसमे लिखा हो अल्लाह उन सभी मुस्लिमों के लिंग की चमड़ी फिर से ऊगा देगा जिनकी चमड़ी खतना करके काट कर फेक दी हो ,इस हदीस के अनुसार जन्नत में जाने के योग्य शायद ही कोई मुस्लिम होगा जिसका खतना नहीं किया हो .
मतलब जन्नत में गलती से एक दो लोग ही जा सकेंगे . !
सिर्फ इतने के लिए जिहाद करना मूर्खता नहीं तो और क्या है
यह सरासर धोखा नहीं तो और क्या है ?तभी तो मिर्जा ग़ालिब ने सही कहा था
” हमको मालूम है जन्नत की हकीकत क्या है ,
दिल को बहलाने का ग़ालिब ये ख़याल अच्छा है ”
हमारे पाठक इस विषय पर अपने विचार जरूर प्रकट करें ,
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ब्रजनंदन शर्मा