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विशेष संपादकीय

लाचार बने नीतीश की अब ऐसे हो रही है बेइज्जती

प्रधानमंत्री बनने की लालसा में किसी नेता को इतना बेइज्जत होते नहीं देखा। और सुशासन की बात करने वाले नितीश कुमार को इतनी बेइज्जती बर्दाश्त करनी पड़ रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर बिहार के महगठबंधन की सरकार की ढीली गांठ और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बेबसी की कहानी बयां कर रही है। इस तस्वीर में एक अस्पताल के उद्घाटन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अलग-अलग फीता काटते नजर आ रहे हैं। यह तस्वीर बता रही है कि नीतीश की स्थिति धोबी के कुत्ते जैसी हो गई है, जो न घर का होता है, न घाट का। आज बिहार में महागठबंधन की सरकार का प्रमुख होने के बावजूद नीतीश कुमार सिर्फ मुखौटा है। तेजस्वी अपने पलटू चाचा को अकेले क्रेडिट लेने नहीं दे रहे हैं। इस तस्वीर के वायरल होने के बाद नीतीश कुमार पर बीजेपी नेताओं के साथ ही अन्य लोगों ने जमकर तंज कसा है।
नीतीश की लाचारी और आत्मसमर्पण की तस्वीर

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 16 सितंबर, 2022 को भोजपुर जिले के कोइलवर में बने मेंटल हॉस्पिटल के भवन का विधिवत उद्घाटन किया। इस दौरान दो-दो फीता काटा गया। एक को मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और दूसरे को उपमुख्यमंत्री तेजस्‍वी यादव ने काटा। गौर करने वाली बात ये है कि ऊपर का फीता तेजस्‍वी यादव ने काटा और नीचे का फीता नीतीश कुमार ने। आमतौर पर उद्घाटन के लिए एक ही फीता लगाया जाता है, जिसे उद्घाटन करने वाला काटता है। तस्वीर में उद्घाटन के दौरान नीतीश कुमार के चेहरे पर लाचारी और मायूसी को स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है। तस्वीर से लगता है कि नीतीश कुमार ने तेजस्वी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।

इस उद्घाटन समारोह में जिस तरह से फीता काटा गया, उससे अब सवाल उठने लगे हैं।
अस्पताल के उद्घाटन की तस्वीर से उठे सवाल

आखिर नीतीश कुमार इतने लाचार मुख्‍यमंत्री हो गए हैं कि उन्‍हें एक अस्‍पताल के दो फीते कटवाने की जरूरत पड़ गई है?

क्या नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने के लिए एनडीए से अलग होकर तेजस्वी के सामने आत्मसमर्पण कर चुके हैं ?

क्या महागठबंधन की सरकार में नीतीश कुमार सिर्फ मुखौटा है। असली मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव हैं?

जब अपने ही राज्य बिहार में नीतीश कुमार इतने लाचार हैं, तो वे प्रधानमंत्री बनने पर कितने लाचार होंगे?

क्या देश एक लाचार व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनाना चाहेगा, जो अपने घटक दलों को देश को लूटने की खुली छूट देगा?

महागठबंधन के दूसरे दलों को बुरा लगा होगा- संजय जायसवाल

इन तमाम सवालों ने बीजेपी नेताओं को नीतीश कुमार पर हमले का मौका दे दिया है। बीजेपी के प्रदेश अध्‍यक्ष संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार और जेडीयू-आरजेडी की महागठबंधन वाली सरकार पर तंज कसा कि आगे से नीतीश कुमार अब किसी सार्वजनिक पोखर, तालाब और शौचालय का उद्घाटन करें तो सात रिबन की व्यवस्था करें ताकि उनके गठबंधन के अन्‍य सहयोगियों को बुरा न लगे। उन्‍होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जो संदेश दिया वो वाकई जीतन राम मांझी, माले और मदन मोहन झा को बुरा लगने वाला होगा, क्‍योंकि उन्‍हें फीता काटने का मौका नहीं दिया गया। पहला छह फीता उनके सहयोगी दल के लोग काट लें उसके बाद सातवां फीता अवश्‍य नीतीश कुमार को काटना चाहिए।

सोशल मीडिया में तंज- इसे कहते हैं नरकों में ठेलम ठेल

सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल होने के बाद लोग नीतीश कुमार पर जमकर मजे ले रहे हैं। कोई इस उद्घाटन को इस दुनिया का आठवां अजूबा बता रहा है तो कोई कह रहा है कि अभी तक तो एक ही फीता और कैंची से उद्घाटन देखे थे, अब दो दो फीता और कैंची से भी उद्घाटन देख लीजिए। लोग नीतीश कुमार पर कहावत कहते नजर आ रहे हैं- धोबी का कुत्ता, न घर का न घाट का”। प्रधानमंत्री बनने की चाहत ने अधूरा मुख्यमंत्री बना दिया। वहीं जेडीयू से अलग हो चुके अजय आलोक ने भी दो फीते काटने पर तंज कसा। उन्‍होंने ट्वीट कर लिखा, “ऐसा उद्घाटन किसी ने नहीं देखा होगा, दो फ़ीता, दो कैंची और CM का फ़ीता नीचे, इसे कहते हैं नरकों में ठेलम ठेल”।

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