राष्ट्रपति पुतिन के काफिले पर हुआ जानलेवा हमला
राष्ट्रपति पुतिन (फोटो साभार: टीवी9 भारतवर्ष)
देश और दुनिया के तमाम बड़े मीडिया संस्थान अपनी रिपोर्ट्स में रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर हुए जानलेवा हमले की बात बता रहे है। हालाँकि, इसकी अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इन रिपोर्ट्स के अनुसार पुतिन के काफिले को पहले एक एम्बुलेंस ने रोका और उसके बाद उनकी कार के पास बम का जोरदार धमाका हुआ।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर जानलेवा हमले की खबर का ‘द मिरर’ समेत कई अन्य मीडिया रिपोर्ट्स ने दावा किया है। इनमें कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति पुतिन की लिमोजिन कार के ठीक पास में बम धमाका हुआ, इस हमले में पुतिन बाल-बाल बच गए हैं। वहीं पुतिन को हमले के बाद सुरक्षित स्थान पर भी ले जाया गया।
हमले के इन दावों में बताया जा रहा है कि पुतिन की कार के बाएँ तरफ के छोर में जोरदार धमाका हुआ था और उसके बाद वहाँ पर धमाके के कारण बहुत धुआँ भी फैला। यह हमला कब और कहाँ हुआ है, इसकी जानकारी अभी स्पष्ट तौर पर सामने नहीं आई है।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार यह भी कहा जा रहा है कि वे जब अपने निवास स्थान की तरफ लौट रहे थे, उस दौरान उन पर हमला हुआ। हमले के बाद पुतिन की गाड़ी को बमनिरोधक और बुलेटप्रुफ सुरक्षाकर्मियों ने हर तरफ से घेर लिया और फिर आसपास फैले धुआँ को हटाने का प्रयास किया गया। यह एक आत्मघाती हमला था। राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात कुछ लोगों को भी हमले के बाद गिरफ्तार किया गया है।
बीते दिनों पुतिन के ‘युद्ध मास्टरमाइंड’ एलेक्जेंडर डुगिन की बेटी दारिया डुगिन की मृत्यु भी इसी तरह के एक कार बम धमाके में हो गई थी, जबकि उस हमले में दरिया के पिता बाल-बाल बचे थे। यह हमला रूस की राजधानी मॉस्को में शनिवार (20 अगस्त 2022) को हुआ था। हमले में मरने वाली दारिया पेशे से एक पत्रकार थीं। वहीं इस हमले में यूक्रेन का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। साथ ही रूस के भीतर मौजूद पुतिन विरोधी भी शक के दायरे में हैं। रूसी जाँच एजेंसियों की मानें तो इस हमले में विस्फोटक ड्राइवर की सीट की तरफ से कार के नीचे लगाया गया था और इसमें टारगेट अलेक्जेंडर था, जबकि जान उनकी बेटी की चली गईं।