भारत के इस्लामीकरण के लिए मुसलमानों को भडकाकर लोकतंत्र-व्यवस्था को चुनौती देनेवाले विधायक अकबरूद्दीन ओवैसी की विषैली फुफकार ! 

ऑल इंडिया मजलिस इतेहाद-उल-मुसलमीन (एमआयएम) इस उग्र विचारधारा के मुस्लिम पक्ष के विधायक अकबरूद्दीन ओवैसी ने आदिलाबाद (आंध्रप्रदेश) में 24 दिसंबर 2012 को सार्वजनिकरूप से राष्ट्रद्रोही एवं हिन्दुद्रोही फुफकार छोडी । ऐसा प्रतीत हो रहा था कि यह सभा पाकिस्तान में हो रही है । वे भारत को पाकिस्तान बनाने का निजाम का स्वप्न साकार करने के लिए देश की लोकतंत्र व्यवस्था में प्रवेश करने के साथ-साथ आलोकतंत्र मार्ग से भी प्रयत्नरत है । 100 करोड हिंदुओं को 15 मिनटों में समाप्त करने की भाषा (बात) करने वाले अकबरूद्दीन एवं उनका संगठन ‘एमआयएम’ सिमी के पथ पर अग्रसर है । इन पर राजकीय स्वार्थवश कठोर कार्यवाही न होना, यह हिंदुओं के लिए घोर संकट का सूचक है । हिंदू समय रहते ही सजग हो जाएं, इस उद्देश्य से प्रस्तुत लेख में अकबरूद्दीन की विषैली फुफकार संक्षेप में उन्हीं के शब्दों में प्रस्तुत कर रहे हैं। 

राज्यकर्ताओं के विरोध में भडकाऊ वक्तव्य :👇 

1.👉गुजरात के मख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाग्यनगर (हैदराबाद) में आने का आह्वान देकर उन्हें प्रत्युत्तर देने की धमकी देना:

_ऐसे मोदिया (मोदी) बहोत आये बहोत चले गए आज लोग बोल रहे मोदी गुजरात जीत गया। वजीर आजम (प्रधानमंत्री) बन जाएगा। देखेंगे कैसे बनता है। और लोग मुसलमान को डरा रहे है । अरे मोदी है, मोदी है, काहे का मोदी किधर का मोदी । आजा बाबा एक मरतबा (बार) हैदराबाद आजा बता देंगे । तसलीमा नसरीन आई, कहां है? किसी को नहीं मालूम।

2.👉 आंधप्रदेश कांग्रेस के मख्यमंत्री किरणकुमार रेड्डी की मानहानि करनाः

 _अरे ऐसी जोरदार आवाज लगाना कि वो आदिलाबाद और फिर हैदराबाद तक जाना, और जिसको भी हिलाना है ओ हिल जाना । ये किरण (किरण कुमार रेड्डी, मुख्यमंत्री,आंध्र प्रदेश) का पैजामा गीला हो जाना। 

हिन्दुत्ववादी संगठनों के विरोध में भडकाऊ वक्तव्य :👇

👉भाजपा, संघ एवं संघपरिवार की  संगठनों को नष्ट करने के लिए मुसलमानों भडकाना: 

_ये बीजेपी, संघ परिवार आर.एस.एस. ये सब क्या है? ये सब जहरीले सांप । सांप कैसा नाचता देखे ना । नाचते हुए सांप को जहरीले सांप को शेरबब्बर की जरूरत नहीं। भाई एक पतली छडी काफी है । एक लाठी उठा, लो और मारो । फिर देखो साप की दुम कैसी तडफती है । और वो लाठी क्या है? वो लाठी अल्ला की रजा (इच्छा) है लाठी तुम्हारी नमाज है, वो लाठी तुम्हारी कुरान है, वो लाठी तुम्हारी अल्ला की बहार गांव में झुके हुए सरोसे (नमाज में झुके सिर) मांगी गई फरियाद है।

हिन्दू एवं हिन्दुस्तान के विरोध में मुसलमानों को भडकाना :👇

1.👉 मुसलमानों  को दंगों इत्यादि से हाहाकार मचाने के लिए प्रोत्साहन देकर स्वयं उनके साथ है, ऐसा कहना:

_तो मेरे मुसलमानों, मैं पूछना चाहता हूं, तुम क्यों डरते हो l माफ़ करना मेरे भाई, कभी भी कुछ हुआ तो फोन आता है अकबर भाई यहां गडबड हो गया । आ जाइए l ए अकबर भाई ऐसा हो गया l अकबर भाई वैसा हो गया, हमारा कोई भाई कभी फोन करके ऐसा नहीं बोला अकबर भाई ऐसा हुआ तो मै ऐसा कर दिया । आइंदा फोन आया तो बोलना, ऐसा हुआ था तो ऐसा कर दिया । अकबर भाई अब तुम संभाल लो। अरे ये जजबा (एहसास) होना है । डरने वाले को दुनिया डराती है । और जो दुनिया को डराने को निकलता है दुनिया उससे डरती है । सिर्फ याद रखो जिसकी लाठी उसकी भैस ।

 (कहां मुसलमानों के वैध-अवैध कृत्यों का दायित्व लेकर उन्हें आधार देने वाले मुसलमान विधायक, तो कहां कानूनन मार्ग से आंदोलन करने वाले हिंदुओं द्वारा भोगी जाने वाली सरकारी तानाशाही के विरोध में भी चुप्पी साधने वाले बहुसंख्यक सर्वपक्षीय हिंदू विधायक! संपादक) 

2.👉मुसलमानों की मांगे मान्य न होने पर सहस्रावधि वर्षों के इतिहास में न हुए रक्तपात करने की धमकी देना : 

_ऐ हिंदुस्थान तू याद रख ले, इन मुसलमानों के गुस्से को थामने वालों का नाम अकबरूहीन ओवैसी है और _उनका_ गुस्सा मेरी जबान तक कुछ पहुंचता है । अगर मै नहीं रहूंगा तो तू इस गुस्से के सामने ताब (नियंत्रण) नहीं ला सकेगा और तबाहियां मच जाएंगी । अरे अल्लाह का शुकर है मेरे सामने ये माईक है । कल माईक नहीं कुछ और थाम लूंगा तो हिंदुस्थान की हजार बरस की तारीख में (इतिहास में) दुनिया में इतना खूनखराबा नहीं देखा होगा, जो खूनखराबा इस मुल्क में हो जाएगा । खुदा के लिए हमारे सब्रका इम्तिहान न लो l

3.👉भारत स्वयं का देश होने की घोषणा करके तेजोमहाल (ताजमहल), लाल किला आदि पुरातन वास्तु अधिकार में लेने की धमकी देना :

_अरे मुसलमान भागकर पाकिस्तान नहीं गए । हम यहीं पर रहे है । यहीं पे रहेंगे यही पे जिये, यहीं पे मरेंगे। ये मुल्क हमारा था, हमारा था, हमारा रहेगा । हमको जाने की बात कहने वालों खुदाना खास्ता (भगवान न करे) हजार मरतबां खुदाना खास्ता । पहेले तो नहीं जाने वाले । हम गए तो खाली हाथ नहीं जाएंगे, ताज को भी ले जायेंगे, लाल किले को भी ले जायेंगे, कुतुबमीनार को भी ले जायेंगे । बचेगा क्या? अयोध्या की ओ टुटी-फूटी राम मंदिर बचेगी । ओ अजेंटा एलोरा की नंगी-नंगी मूर्तियाँ बचेंगी और क्या रहेगा ? अरे हम मरते भी है तो इस जमीन पर 2 गज जमीन लेकर दफन होते है । क्योंकि हमको इस मिट्टी से मोहोब्बत है । तुम मरते हो तो जल के फिजाओं में आवारा की तरह चले जाते हो। 

4.👉 15 मिनटों के लिए पुलिस हटा लेने से 25 करोड मुसलमान 100 करोड हिंदुओं को समाप्त कर देंगे, ऐसी धमकी देना : 

_अरे मुसलमान भागकर पाकिस्तान नहीं गए । हम यहीं पर रहे है । यहीं पे रहेंगे यही पे जिये, यहीं पे मरेंगे। ये मुल्क हमारा था, हमारा था, हमारा रहेगा । हमको जाने की बात कहने वालों खुदाना खास्ता (भगवान न करे) हजार मरतबां खुदाना खास्ता । पहेले तो नहीं जाने वाले । हम गए तो खाली हाथ नहीं जाएंगे, ताज को भी ले जायेंगे, लाल किले को भी ले जायेंगे, कुतुबमीनार को भी ले जायेंगे । बचेगा क्या? अयोध्या की ओ टुटी-फूटी राम मंदिर बचेगी । ओ अजेंटा एलोरा की नंगी-नंगी मूर्तियाँ बचेंगी और क्या रहेगा ? अरे हम मरते भी है तो इस जमीन पर 2 गज जमीन लेकर दफन होते है । क्योंकि हमको इस मिट्टी से मोहोब्बत है । तुम मरते हो तो जल के फिजाओं में आवारा की तरह चले जाते हो। 

4.👉 15 मिनटों के लिए पुलिस हटा लेने से 25 करोड मुसलमान 100 करोड हिंदुओं को समाप्त कर देंगे, ऐसी धमकी देना : 

_अरे हिन्दूस्थान । तुम करोड हो और हम 25 करोड । पंद्रह मिनट के लिए पुलिस को हटा दो, बता देंगे किसमें हिम्मत है | कौन ताकतवर है । एक हजार क्या ? एक लाख क्या-एक करोड नामर्द मिलकर भी कोशिश कर लें, तो एक को भी पैदा नहीं कर सकते । और ये लोग हमसे मुकाबला नहीं कर सकते । जब मुसलमान भारी पडा, तो इन नामर्दो की फौज (पुलिस) आ जाती है ।

(जहां धर्माध मुसलमान देश के कानुनों को पैरों तले रौंदकर सार्वजनिक रूप से हिंदूविरोधी एवं राष्ट्रविरोधी कार्यवाईयों के लिए भडका सकता है, वहां उसके अनुसार करने में वे किसी से दबेंगे ऐसी अंशमात्र भी संभावना नहीं है । हिंदूओं, धर्माधों ने यदि ठान लिया तो उनका सामना करने के लिए आप सिद्ध हैं ? संपादक)

 हिंदुओं के देवी-देवताओं पर हो रही टीका-टिप्पणी एवं रामजन्मभमि अधिकर में लेने की घोषणा करना : 👇

1.👉 रामचंदर जी यहां पैदा हुए, वहां पैदा हुए । न जाने कहां-कहां कौशल्या (प्रभु रामचंदर जी की माता) गई और कहां-कहां राम को पैदा किया । राम जेठमलानी ने कहा, ये हिंदुजम है ही नहीं राम था ही नहीं । यह मै नहीं बोल रहा हूं । राम जेठमलानी बोला की राम सबसे गंदा आदमी । वह बोला तो कुछ नहीं, मै बोला को केस बुक करता बोलेंगे । लेकिन अकबर ओवैसी भी बोलने को डरता नहीं है। 

2.👉 वो क्या-क्या पूजा करते, जितने राम, लक्ष्मन, दुर्गा, लक्ष्मी क्या-क्या कित्ते भाई हर एक नया पैदा हो जाता है । अब तो नए आ गए, गणेश थे, वो थे अब तो हनुमान जयंती आ गई ,रामनवमी आ गई । लक्ष्मी मालूम थी ये भाग्यलक्ष्मी आज तक नहीं सुने । ये कौन सी नई है भाई ? लेकिन ये मुबारक मैफिल (महफिल) में ये नामों को ले के मैफिल खराब करना नहीं चाहता |

3.👉 गौमाता टीका-टिप्पणी : नील गाई पूरे खेतों को खराब कर दे रही है, चर ले रही है । ये तुम्हारी माता हिंदुस्थान को पुरी चर देगी । एक भी जगह कोई हरा नहीं दिखेगा । हम तो बोलेंगे काट कर खा लो । काश वो भी खाके देखें, कितने मजेदार है। बदनसीब है जो नही खाते । हम क्या करेंगे, हमें तो खाने में बड़ा मजा आता है । और मजे में कोई काँमप्रमाईज नही भाई ।

(धर्माध लोकप्रतिनिधियों के राष्ट्र एवं हिंदूविरोधी वक्तव्यों पर एक शब्द भी न बोलने वाले (राजकीय) हिंदुत्ववादी संगठनों से हिंदु संकट काल में सहायता की आशा कैसे रखें? संपादक) 

4.👉 अनाधिकत बाबरी मस्जिद निर्माण करने के लिए मुसलमानों को प्रोत्साहन देना : मेरे भाई वक्त और हालात की नजाकत को समझो । असम में परेशानी, गुजरात में मुसलमान परेशान, बंबई में परेशान हिंदुस्थान में अफरा तफरी मची है । कहते है राममंदिर बनाएंगे | बाबरी मस्जिद वहां पर थी वहीं पर है । बोलो कयामत तक रहेगी । बाबरी मजीद हम बनायेंगे | हिंदुस्थान का पचीस करोड मुसलमान अपने अजिम के जरिये (दृढ निश्चय) इरादे के जरिये, अपने खुद्दारी के जरिये, अपने नमाजों की पाबंदी के जरिये, अपने कुरान के तिलावत (पढना) के जरिये बाबरी मजीद को दुबारा उसी मुकाम पर बनायेगा । ए अल्ला, हमको इतनी ताकद दे कि हम इस हिंदुस्थान में बाबरी मजीद को दुबारा उसी मुकाम पर तामीर कर सकें। 

(धर्माधों की इन धमकियों को पढ़कर जिन हिंदुओ का रक्त खौल उठा हो वे हिंद राष्ट्र की स्थापना का प्रण कर, उस दिशा में सक्रिय हों lइन सभी समस्याओं पर यही एक मात्र उपाय है । संपादक) 

साभार : (मासिक पत्रिका: सनातन प्रभात (मई 2013) 

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