मुंबई (महाराष्ट्र) में विगत 18 जनवरी,2015 (रविवार) को तृतीय एक दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष-वास्तु महा सम्मलेन का सफल आयोजन संपन्न हुआ..
मुंबई (महाराष्ट्र) में गोरेगॉव के ललित रेस्टोरेंट में आयोजित तृतीय एक दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष-वास्तु महा सम्मलेन में देशभर से आये लगभग 150 विद्वानों ने भाग लिया..इस सम्मलेन का उदघाटन एवं दीप प्रज्ज्वलन महाराष्ट्र सरकार में महिला एवं बल विकास,कल्याण एवं ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीमती विद्या ठाकुर ने लिया.
आयोजक नितिन भाई गोठी ने बताया की इसमें भाग लेने वाले मुख्य विद्वानों में आचार्य निरंजन भट्ट, मोहन भाई पटेल,चन्द्रकांत शेवाले,हरेन्द्र उपाध्याय, स्वामी आनंद शिव मेहता,दिनेश गुरूजी,दयानंद शास्त्री, डाक्टर विनायक पाल, डाक्टर संजीव अग्रवाल, डाक्टर महर्षि जे.जाह्नवी, नरेंद्र सहस्त्र बुद्धे, लाला भाई शास्त्री,डाक्टर धुंडिराज पाठक,अरुणा बेन जानी,कल्पना शर्मा, अनीता शर्मा, श्रीमती सुनीता झा,श्रीमती प्रीति राजगोर,मालिनी त्रिवेदी,श्रीमती ज्योति व्यास,श्रीमती पारुल बेन जोशी,देवीदास पारधी, पंडित सुरेश भारद्वाज,पार्थेश अधोउरे,राजू भाई ठक्कर,अशोक भाई ब्रह्मभट्ट,सुनील कदम,ज्ञानेन्द्र पाण्डेय,डाक्टर भेरू प्रकाश दाधीच,अशोक गेलड़ा,भारत भाई खंधेडिया,शास्त्री गौतम विश्वनाथ,सुमिबा ठक्कर,भौमिक ठक्कर आदि ,
इस तृतीय एक दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष-वास्तु महा सम्मलेन में भाग लेने के लिए मास्को (रशिया) से वहां की विद्वान पराशर पद्धति की ज्ञाता प्रसिद्द ज्योतिषाचार्य ओल्गा कपालिका विशेष से आई थी..इस आयोजन को सफल बनाने में होटल ललित रेस्टोरेंट के मालिक श्री जगन्नाथ कोटियाल का अमूल्य सहयोग एवं समर्पण भाव रहा.
इस कार्यक्रम का मंच संचालन महेश व्यास और देवयानी ठक्कर ने संयुक्त रूप से किया …इस अवसर पर पंडित “विशाल”दयानंद शास्त्री को “ज्योतिष सम्राट” एवं वास्तु शिरोमणि” की उपाधि से सम्मानित किया गया..
भाग लेने वाले सभी विद्वानों ने वक्री ग्रहों और वास्तु दोषो के कारण, निवारण, उपाय आदि पर गहन चर्चा की अपने अपने विचार व्यक्त किये..