जबलपुर के स्टेडियम में रेल चली
प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय तथा सहकारिता मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने जबलपुर जिला मुख्यालय में गणतंत्र दिवस 2015 के अवसर पर आयोजित मुख्य समारोह में ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली । इस अवसर पर कमिश्नर श्री दीपक खाण्डेकर एवं पुलिस महानिरीक्षक श्री डी. श्रीनिवास राव भी मौजूद थे।
ध्वजारोहण के बाद समारोह के मुख्य अतिथि श्री भार्गव ने कलेक्टर श्री एस.एन. रूपला एवं पुलिस अधीक्षक श्री हरिनारायणचारी मिश्र के साथ खुली सफेद जिप्सी में परेड का निरीक्षण किया। इसके उपरांत श्री भार्गव ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के गणतंत्र दिवस संदेश का वाचन किया। सुरक्षा बलों ने हर्ष फायर किए और राष्ट्रपति की जयकार की। तदुपरांत सुरक्षा बलों की टुकड़ियों ने लयबद्ध कदम-ताल करते हुए शानदार मार्च पास्ट किया। मार्च पास्ट का नेतृत्व उप पुलिस अधीक्षक श्री मनोज खत्री ने किया। मार्च पास्ट में 29 वीं वाहिनी आईटीबीपी, 6 वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र बल, जिला पुलिस बल पुरूष, जिला पुलिस बल महिला,रेल पुलिस बल, एनसीसी तथा स्काउट एवं शौर्या-दल (प्रथम बार) शामिल थे। मार्च पास्ट के बाद मुख्य अतिथि पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री भार्गव ने सभी प्लाटून कमाण्डर्स से परिचय प्राप्त किया। उन्होंने तिरंगे के तीन रंगों वाले गुब्बारे भी छोड़े। श्री भार्गव ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को शाल-श्रीफल से सम्मानित किया।
गणतंत्र दिवस समारोह में नगर के विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के बच्चों ने नयनाभिराम सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। शासकीय उ.मा. विद्यालय मेडिकल के बच्चों ने योग प्रदर्शन किया। सत्य प्रकाश विद्यालय के बच्चों ने मां सरस्वती की आराधना पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया। सेंट नार्बर्ट स्कूल की विविधवर्णी परिधानों में सुसज्जित छात्राओं ने बेहतरीन नृत्य प्रस्तुत किया जिसे काफी पसंद किया गया। गुरूनानक स्कूल मढ़ाताल की छात्राओं ने बुंदेलखण्ड अंचल का बधाई नृत्य प्रस्तुत किया। लोकशैली के इस नृत्य पर दर्शक झूम उठे। इस प्रस्तुति में अस्वच्छता का त्याग कर रोगों से बचाव के जतन का संदेश निहित था। शासकीय नवोदय विद्यालय बरगी नगर की छात्राओं ने भी देशभक्ति से ओत-प्रोत नृत्य-गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की सर्वाधिक प्रशंसित प्रस्तुति मलखम्ब की थी। जिला खेल एवं युवक कल्याण विभाग की इस प्रस्तुति में नन्हें बच्चों ने मलखम्ब पर असाधारण कौशल और गजब का संतुलन दिखाते हुए दु:साध्य आसन प्रदर्शित किए। घूमते मलखम्ब पर अद्भुत संतुलन के साक्षी बने दर्शकों ने करतल ध्वनि से आकाश गुंजा दिया। इस प्रस्तुति को दर्शकों का प्रतिसाद तो मिला ही स्वयं मुख्य अतिथि ने भी बच्चों के सतत् अभ्यास से हासिल कौशल को प्रोत्साहित करने के लिए 11हजार रूपए बतौर पुरस्कार प्रदान किए। घूमते मलखम्ब के शिखर पर बैठे बच्चे के कंधों पर बैठी नन्हीं बच्ची देख दर्शक विस्मित रह गए। समारोह में विभिन्न विभागों के द्वारा तैयार की गई झांकियां भी प्रदर्शित की गई। नगर निगम की झांकी में शहर को स्वच्छ रखने की अपील की गई थी। स्वास्थ्य विभाग की झांकी सम्पूर्ण स्वास्थ्य सबके लिए तथा जिला शिक्षा केंद्र की झांकी स्कूल चलें हम अभियान पर केंद्रित थी।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा तैयार झांकी में एक्सप्रेस ट्रेन के माध्यम से महिला हिंसा पर पूर्ण विराम और सुपोषण जैसे मसलों के बारे में प्रभावी ढंग से संदेश सम्प्रेषित किए गए थे । झांकी में बालवियास सेवाओं एवं महिला सशक्तिकरण संचालनालय द्वारा संचालित कार्यक्रमों यथा शौर्यादल आई. सी. पी.एस. , लाड़ो अभियान, आंगनवाड़ी द्वारा प्रदत्त सेवाओं महिला एवं चाइल्ड हैल्पलाइन के नंबरों को प्रभावी तरीके से प्रदर्शित किया गया था इतना ही नहीं स्टेडियम में प्रवेश करते ही रेलवे स्टेशन का आभास कराती उड़घोषणा का स्टेडियम में गुंजायमान होना एक प्रभावी प्रयोग रहा है । झाकी की परिकल्पना श्री आर सी त्रिपाठी नवपदस्थ जिला कार्यक्रम अधिकारी की थी जिसे विभाग के सहायक संचालकों क्रमश: मनीष शर्मा गिरीश बिल्लोरे, अखिलेश मिश्रा, पुनीत मारवाह तथा परियोजना अधिकारी श्रीमती संजना चौकसे एवं दीपेन्द्रसिंह बिसेन, के मार्गदर्शन में पूर्ण किया गया । ध्वनि प्रभाव बालभवन अनुदेशिका सुश्री शिप्रा सुल्लेरे के निर्देशन में मास्टर अक्षय ठाकुर एवं बेबी ईशिता विश्वकर्मा (प्रसिद्ध बाल गायिका ) तैयार किया निर्माण श्री राजू का रहा है । इस झांकी के स्टेडियम में प्रवेश करते ही रेलवे स्टेशन जैसा वातावरण निर्मित करने ध्वनि प्रभाव से स्टेडियम में मौजूद दर्शको ने तालियां बाजा कर स्वागत किया गया मुख्यअतिथि एवं अन्य अतिथिगण सहित सभी अधिकारी गण प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके सभी ने इसे काफी पसंद किया गया ।
श्रम विभाग की झांकी में निर्माण श्रमिकों के लिए संचालित कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई थी। इसके अलावा जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग, वन विभाग, जिला पंचायत, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, विद्युत वितरण कम्पनी तथा आदिवासी विकास विभाग की झांकियां भी प्रदर्शित की गई। केंद्रीय जेल की झांकी में ब्रिाटिशकालीन जेल और आधुनिक जेल के तुलनात्मक दृश्य प्रदर्शित किए गए थे। ब्रिाटिशकालीन जेल में चक्की चलाता कैदी दिखाया गया था वहीं वर्तमान आधुनिक जेल में योग प्रशिक्षण और कम्प्यूटर प्रशिक्षण के साथ टेलीफोन सुविधा प्रदर्शित की गई थी। यातायात विभाग की झांकी भी काफी दिलचस्प थी। इस झांकी में वाहन चालकों के लिए हेलमेट की जरूरत और वाहन चलाते समय शराब से परहेज को जरूरी बताया गया। झांकी में एक दुर्घटना का दृश्य और पुलिस कार्यवाही प्रदर्शित की गई। यह झांकी काफी सराही गई।
परेड में विशेष सशस्त्र बल की छठीं वाहिनी को प्रथम, 29 वीं वाहिनी आईटीबीपी को द्वितीय तथा जिला पुलिस बल (पुरूष) को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। झांकियों में महिला एवं बाल विकास विभाग को प्रथम, केंद्रीय जेल को द्वितीय तथा यातायात विभाग को तृतीय स्थान मिला। मुख्य अतिथि पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री भार्गव ने विजेताओं को पुरस्कृत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली सभी शिक्षण संस्थाओं के प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में पुलिस उप महानिरीक्षक श्री डी.पी. सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नेहा मारव्या, अपर कलेक्टर श्री छोटे सिंह एवं श्री ए.बी. सिंह, आयुक्त नगर निगम श्री वेदप्रकाश एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रदीप दुबे और श्रीमती संदीपा स्थापक पचौरी ने किया।