31 जुलाई जयन्ती पर पुण्य स्मरण
स्वामी श्रद्धानंद के बाद इनहोने गुरुकुल को आगे बढ़ाया।
(जन्म: ३१ जुलाई १८८१ – मृत्यु: ९ दिसम्बर १९३९) आर्यसमाज के नेता, शिक्षाशास्त्री, इतिहासकार, स्वतन्त्रता-संग्राम सेनानी एवं महान वक्ता थे। उन्होने भारतीय इतिहास के सम्बन्ध में मौलिक अनुसन्धान कर हिन्दी में अपना प्रसिद्ध ग्रन्थ भारतवर्ष का इतिहास प्रकाशित किया। आचार्य रामदेव जी ने १९२३ में देहरादून में कन्या गुरुकुल की स्थापना की जो ‘कन्या गुरुकुल महाविद्यालय’ नाम से जाना जाता है तथा गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय का भाग है।
आचार्य जी ने भारत का इतिहास 3 खण्डो मे लिखा है जो अपने विषय का मौलिक ग्रंथ है।
इनकी विस्तृत जीवनी श्री विनोद चंद्र विद्यालंकार जी ने लिखी है।
भारत का इतिहास 3 भाग – 1200 रुपए
आचार्य रामदेव की जीवनी -500 रूपए
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