राजस्थान की गहलोत सरकार ने मंगलसूत्र उतरवा दिया हिजाब नहीं
हिंदू विरोधी गहलोत सरकार की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति की वजह से जहां आतंकी और जिहादी राज्य में खुलेआम मौत का तांडव कर रहे हैं, वहीं कांग्रेसी सरकार में हिन्दुओं को शांति से रहना मुश्किल होता जा रहा है। तुष्टिकरण करते-करते कांग्रेस यह भी भूल गयी कि एक हिन्दू महिला के लिए मंगलसूत्र का क्या महत्व है? रीट परीक्षा में जब मंगलसूत्र उतरवाया जा सकता है, हिजाब क्यों नहीं? क्या इसी का नाम गंगा-जमुनी तहजीब है? क्या इसी को secularism कहते हैं? अच्छा मजाक है !
कांग्रेस शासित राज्यों में हिन्दू होना गुनाह बन गया है। हिन्दुओं को न तो सुरक्षा मिल रही है और न ही सुविधाएं। हिन्दुओं के साथ धर्म के आधार पर खुलकर भेदभाव किया जा रहा है। जहां हिन्दुओं पर तमाम तरह की पाबंदियां लगाई जाती हैं, वहीं मुस्लिमों को खुश करने के लिए नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जाती हैं। इसका प्रमाण राजस्थान में रीट एग्जाम के दौरान देखने को मिला। एग्जाम के दौरान आई तस्वीरों से पता चलता है कि कांग्रेस शासित राज्यों में अघोषित रूप से दो विधान लागू है।
दरअसल एग्जाम के दौरान परीक्षार्थियों के साथ गहलोत सरकार का दोहरा मापदंड देखकर पूरा देश हैरान है। परीक्षार्थियों के परीक्षा केंद्र में प्रवेश को लेकर प्रशासन ने इतनी सख्ती दिखाई कि हिन्दू महिलाओं और युवतियों के दुपट्टे उतरवा दिए गए और कपड़ों पर लगे बटन तक काट दिए। यहीं नहीं महिलाओं के मंगलसूत्र, चूड़ियां, बालों की क्लिप, साड़ी पिन निकलवा दी गई।
गहलोत सरकार ने नकल रोकने की आड़ में जिस तरह हिन्दू महिलाओं के साथ भेदभावकारी और अपमानजनक बर्ताव किया, वो हिन्दुओं से नफरत को दर्शाता है। परीक्षा के दौरान जितनी चीजों पर रोक लगाई गई थी, सबके सब हिंदुओं से जुड़ी थी, जबकि हिजाब पर न कोई रोक और न कोई टोक था। प्रशासन की नजर में दुपट्टा से नकल को बढ़ावा मिल सकता है, जबकि हिजाब नकल रोकने में मददगार साबित हो सकता है। इसलिए हिजाब को मुस्लिम परीक्षार्थियों को साथ में ले जाने की छूट दी गई।
जयपुर में रीट परीक्षा में नकल रोकने के लिए कैंची महिला और पुरुष परीक्षार्थियों के कुर्तों पर चली एक परीक्षार्थी लंबी बाह का कुर्ता पहनकर पहुंची तो परीक्षा केंद्र पर कुर्ते की बाहें कैंची से काट दी गई। परीक्षा केंद्रों के बाहर पुलिस के जवान हाथ में कैंची लिए खड़े नजर आए। इतना ही नहीं एक महिला परीक्षार्थी की पैरों की पायल भी उतरा ली गई।
बीजेपी अब अशोक गहलोत सरकार पर सवाल उठा रही है कि आखिर परीक्षा के जरिए भी तुष्टिकरण करने का जरूरत आन पड़ी है। बीजेपी ने सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया है और राजस्थान में हिजाब फिर मुद्दा बन गया गया। शिक्षक भर्ती की रीट परीक्षा में नकल रोकने के लिए एक तरफ महिला परीक्षार्थियों के लिए मंगलसूत्र से लेकर दुपट्टे पायल औऱ लंबी बाहें के कुर्ते पहनकर अंदर नहीं जाने दिया, कैंची से परीक्षा केंद्रों पर लंबी बाहे के कुर्ते काटे गए। लेकिन हिजाब पर रोक नहीं थी। बीजेपी ने आरोप लगाया कि ये गहलोत सरकार का मुस्लिम तुष्टिकरण है।