इस्लामिक स्कॉलर डॉ रिज़वान अहमद किसी परिचय का मौहताज नहीं। जिन्हे अक्सर टीवी पर चर्चाओं में देखा जाता है। इनके मुंह खोलते ही कट्टरपंथियों की ग्लानि भी सुननी पड़ती है, लेकिन रिज़वान भी कहाँ पीछे रहने वाले, धो डालते हैं कट्टरपंथियों को उन्हीं के अंदाज में। अपने face to face में नूपुर शर्मा के कथन के अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन में कहते हैं कि “मुसलमानों हमारी किताबों में जो लिखा है, उसे हम घर में अपनी बहु बेटियों के सामने नहीं पढ़ सकते।” दूसरे, अकेले नूपुर का नाम क्यों लेते हो, तस्लीम रहमानी का नाम क्यों नहीं लेते? किसी के आराध्य के लिए अपशब्द बोलोगे तो सामने वाला क्यों चुप रहेगा? फिर नूपुर ने बोलने से पहले रहमानी को सचेत करते कहा था, फिर बोलूं मै…फिर बोलूं…”
बीते कुछ दिनों में कट्टरपंथी नेताओं ने हिंदू विरोधी बयान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसी बीच भारत को इस्लामी मुल्क बनाने की और हिंदुओं से इस्लाम कबूल करवाने की साजिशों का भी पर्दाफाश हुआ। अब ऐसे ही माहौल सोशल मीडिया पर एक इस्लामिक स्कॉलर डॉ सैयद रिजवान अहमद का पुराना वीडियो वायरल होना शुरू हुआ है।
ये वीडियो कब का है और किस संदर्भ में है, इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं हुई है। लेकिन इस वायरल वीडियो में वह उन कट्टरपंथियों को जवाब देते सुनाई पड़ रहे हैं जो समझते हैं कि मुगलों ने हिंदुओं पर सदियों राज किया है और वो भी अब दोबारा से वैसा दौर ला सकते हैं।
फेस टू फेस नाम से यूट्यूब चैनल चलाने वाले डॉ सैयद अहमद इस वीडियो में किसी कट्टरपंथी को जवाब देते सुनाई पड़ते हैं। वह कहते हैं “तुझे अगर 800 साल की हुकूमत याद है और तू उसे फक्र से बोल रहा है तो जिस दिन इस देश के हिंदू को 800 साल के सारे गम, गुस्सा और जुल्म याद आ गए, तो तुझे हिंदुस्तान में छिपने की जगह नहीं मिलेगी और तेरे साथ हम भी पिटेंगे। तू और तेरे बच्चे दौड़ा-दौड़ा कर मारे जाएँगे और तेरे साथ हम भी पिटेंगे। हम भी दौड़ा-दौड़ा कर मारे जाएँगे।”
रिजवान कहते हैं, “शुक्र कर हिंदू को पूरा 800 साल अच्छी तरह से याद नहीं है। पहले तो वो 800 था नहीं। झूठ बोला जाता है। पूरे हिंदुस्तान पर कुल 175 साल मुसलमान ने हुकूमत की है। (वो भी अलग-अलग जगह)। खैर, चलो उसमें नहीं पड़ते। शुक्र कर हिंदू को वो पूरे 800 साल याद नहीं है। वो आज मथुरा काशी की बात कर रहा है। अगर हिंदू को 800 साल याद आ गए तो 30,000 मंदिरों की बात करेगा। मस्जिद नहीं बचेगी नमाज पढ़ने के लिए।”