मंदिरों में व्यभिचारिणी पूजा


आज देश में जितने भी प्रमुख मंदिर हैं ,उन सभी मंदिरों के पुजारियों और वेश्याओं में कोई अंतर नहीं रहा है ‘आज तक हिन्दू अज्ञानवश यही मानते आये हैं कि मुस्लिम हमलावरों ने हिन्दुओं के मंदिर तोड़े , मूर्तिओं को खंडित किया , और जिनको नहीं तोड़ सके उन मंदिरों को अपवित्र किया है , लेकिन आजकल मंदिरों के पुजारी ने मंदिरों को अपवित्र करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है , इनकी बुद्धि व्यभिचारिणी हो गई है , जैसे व्यभिचारिणी स्त्री ( वेश्या ) पैसे लेकर किसी भी व्यक्ति के साथ सो जाती है , उसी तरह मंदिरों के पुजारी दक्षिणा ले लेकर राहुल जैसे हिन्दू विरोधी , और राम द्रोही को मंदिरों में घुसा कर मंदिरों को अशुद्ध कर रहे हैं ,
ऐसे ही लोभी पुजारियों के कारन ही हिन्दुओं का नाश होगा , एक तरफ यह धर्म के ठेकेदार हिन्दू पुजारी हैं ,जिन्होंने दो कौड़ी के वर्णसंकर राहुल को मंदिरों में घुसा दिया , काश यह लालची मुसलमानों से सीखते , की वह अपने धर्म का कितना सम्मान करते हैं ,
जब 26 सितम्बर 1956 को आधा मुस्लिम नेहरू सऊदी अरब गया तो वहां के बादशाह फैजल ने नेहरू को रियाध में ठहरा दिया , जहाँ नेहरू तीन दिन रुका था , इसी दौरान नेहरू ने फैजल से अरब के कुछ मुख्य शहरों को देखने की इच्छा प्रकट थी , इनमे मक्का
और मदीना भी थे , यद्यपि फैजल जनता था की नेहरू मुसलमान की औलाद है , लेकिन उसने हिन्दू नाम रख लिया है , इसलिए फैजल ने कहा की मैं इसके बारे में मुझे मक्का के मुफ़्ती से पूछना होगा ,
,तब मुफ़्ती ने फैजल को कुरान की सूरा मायदा 9:28 आयत सुना दी . इसका अर्थ है ,
يَا أَيُّهَا الَّذِينَ آمَنُوا إِنَّمَا الْمُشْرِكُونَ نَجَسٌ فَلَا يَقْرَبُوا الْمَسْجِدَ الْحَرَامَ
“हे ईमान वालो यह मुशरिक= (secular ) वर्ण संकर तो नापाक है , इसलिए इनको मस्जिदे हराम यानी काबा के निकट भी नहीं आने दो
O YOU who have attained to faith! Those who ascribe divinity to aught beside God are nothing but impure: and so they shall not approach the Inviolable House of Worship” 9:28
मुफ़्ती की यह बात जब फैजल ने नेहरू को बताई तो नेहरू अपनी नाक कटवा कर वापस दिल्ली आ गया ,यद् रखिये जब तक कोई कलमए शहादत पढ़कर इस्लाम कबुल नहीं करता उसे मुस्लिम नहीं माना जा सकता है , और जब कोई फर्जी मुसिम बन कर मक्का में घुसने का प्रयास करता है उसे मक्का की सीमा पर ही रोक कर मुस्लिम होने का प्रमाण देने के लिए कलमा , आयतुल कुर्सी , दरूद और कुरान की कुछ आयतें पढ़वाई जाती हैं , नहीं तो उम्र कैद की सजा दी जाती है ,इसलिए बड़े बड़े मंदिरों के पुजारियों और महंतो को चाहिए कि जब भी कोई राहुल जैसा नकली हिन्दू मंदिर में घुसने का प्रयास करे उसे से पहले गायत्री मन्त्र , के साथ अन्य चार श्लोक और कोई चौपाई बोलने को कहें , साथ में वंदे मातरम , भारत माता की जय ,और जय श्रीराम बोलने को कहें , नहीं तो जूते मार कर दूर भगा दें ,
याद रखिये कितना भी बड़ा नेता हो , उसे अंदर नहीं आने दें वार्ना मंदिर तो अपवित्र होगा ही और ऐसी पूजा कराने वाले भी पाप के भागी होंगे , यह व्यभिचारिणी पूजा है ! गीता में कहा गया है ,
मां च योऽव्यभिचारेण भक्तियोगेन सेवते ।
स गुणान्समतीत्येतान्ब्रह्मभूयाय कल्पते ॥ (14:26

श्लोक का अर्थ आप लोग समझ लो , हमने अपना कर्तव्य पूरा कर दिया
01/09/2018

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