रांची , झारखंड झारखंड में चल रहे 500 से ज्यादा मदरसों में से अधिकतर का हाल बुरा है। इन मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की शिक्षा का हाल ऐसा है कि आप सिर पिटने पर मजबूर हो जाएंगे।
रविवार को रांची के मौलाना आजाद भवन में मदरसा शिक्षा की गुणवत्ता विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार को भव्य बनाने के लिये कई मदरसों के बच्चों को यहां बुलाया गया था।
यहां बड़ी-बड़ी बातें की गई मसलन एक राजनीतिक दल को निशाना बनाते हुए कहा गया कि उक्त राजनीतिक दल के लोग मदरसा को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
बहरहाल ईटीवी संवाददाता ने अपने स्तर से मदरसों की शिक्षा के स्तर के बारे में जानने की कोशिश की। आपको जानकर ताज्जुब होगा कि मदरसा में पढ़ने वाले क्लास टू के बच्चों को एलीफेंट और फ्लावर तक की स्पेलिंग नहीं पता था।
ईटीवी के कैमरे के सामने खुली मदरसों की पोल
जबकि इस दौरान ईटीवी संवाददाता ने 10 से ज्यादा बच्चों से यह सब जानने की कोशिश की। मदरसा में पढ़ने वाले क्लास पांचवी के बच्चे यह नहीं बता पाये कि वह अंग्रेजी में अपना नाम कैसे लिखें।
मसलन ईटीवी संवादाता ने जानना चाहा कि मेरा नाम कबीर है, अंग्रेजी में कैसे बोलेंगे। बच्चे नहीं बता पाये। जबकि मदरसे के शिक्षक यह बताते नहीं थक रहे थे बच्चे कमजोर हैं, लेकिन इस तहकीकात में यह तय हो गया कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य उज्जवल नहीं है।