उदयपुर सांसद ने ‘‘शून्य काल‘‘ में उठाया ‘‘मानगढ़ धाम‘‘मांग को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने का मुद्दा-
नई दिल्ली, 13 मार्च, 2015। उदयपुर के सांसद श्री अर्जुनलाल मीणा ने शुक्रवार लोकसभा में शून्यकाल के दौरान राजस्थान-गुजरात सीमा पर स्थित आदिवासियों के श्रृद्धा स्थल मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक करने का मुद्दा उठाया।
श्री मीणा ने अवगत कराया कि दक्षिणी राजस्थान स्थित मानगढ़ धाम आदिवासियो का आस्था का मुख्य स्थल है। इस ऐतिहासिक स्थल पर प्रतिवर्ष राजस्थान, गुजरात एवं मध्यप्रदेश के हजारों आदिवासी यहां शहीद हुए आदिवासियों कांे श्रृद्धाजंलि देने आते है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 1913 में यहां पर आदिवासियों के श्री गुरू गोविन्द की अगुवाई में 1500 से अधिक आदिवासी अंग्रेजो के खिलाफ लडाई लडते हुए बलिदान हो गये थे। पिछले दो वर्षों से राज्य सरकार द्वारा इस ऐतिहासिक स्थान के 100 वर्ष पूरे होने पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की है कि ‘‘मानगढ़ धाम‘‘ को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाए।
बांसवाड़ा के सांसद श्री मानशंकर निनामा ने भी वागड़ के जलियावाला बाग के नाम से मशहूर इस पवित्र धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग का समर्थन किया है और कहा कि हजारों आदिवासियों के लिए द्वारा स्व्तंत्रता संग्राम की अलख जगाने वाला यह मानगढ़ धाम प्रेरणा का प्रतीक है।