प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में तेजी से बदलता और संवरता भारत
मृत्युंजय दीक्षित
कोरोना कालखंड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने भारत को जीवन के हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो अभियान प्रारंभ किया उसकी महत्ता भी अब लोगों को अब समझ में आने लगी है कि अपने पैरों पर खड़ा होना कितना अधिक जरूरी है।
2014 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की अभूतपूर्व विजय और नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के साथ ही भारत तमाम समस्याओं और चुनौतियां के बाद भी तेजी से बदलाव की ओर अग्रसर हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कार्य शैली और आम जन से जुड़ने की कला ने देशवासियों का दिल जीतने में अद्भुत सफलता हासिल की है। प्रधानमंत्री अपने प्रत्येक संबोधन में देश की हर छोटी बड़ी सफलता का श्रेय 130 करोड़ भारतीयों को देते हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज देश और समाज जीवन का कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां विकास की गति को बल न मिल रहा हो। कोरोना काल खंड हो या फिर यूक्रेन संकट या फिर अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी, हर जगह भारत की विदेश नीति की कुशल छाप दुनिया में देखी जा रही है।
आज दुनिया में भारत की पहचान मांगने वालों में नहीं अपितु देने वालों में बन रही है। प्रधानमंत्री व उनकी सरकार का हर छोटा से छोटा निर्णय देश के गरीबों, किसानो व युवाओं के लिए समर्पित रहा है। यह बात बिलकुल सही है कि मोदी सरकार में अब तक जितनी भी योजनाएं आयी हैं वह समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए ही बनी हैं। जब प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त के दिन लाल किले से स्वच्छता अभियान चलाने का फैसला लिया था उस समय देश के विरोधी दलों के सभी राजनेताओं ने उनका मजाक उड़ाया था लेकिन आज उनके स्वच्छता अभियान का मतलब पूरा भारत जान चुका है। प्रधानमंत्री का स्वच्छता अभियान के प्रति बहुत ही व्यापक नजरिया रहा है। स्वच्छता अभियान के माध्यम से वह देश को दीमक की तरह चाट रही भ्रष्टाचार की बुराई का भी अंत कर रहे हैं और वह परिवारवाद, जातिवाद, क्षेत्रवाद व भाषावाद जैसी बुराईयों से भी लड़ाई लड रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की सरकार देश की आंतरिक व बाह्य सुरक्षा के प्रति सजग है और वह आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है जिसका असर दिखायी भी पड़ रहा है। एक समय था जब देश में कहीं न कहीं आतंकी हमलों व धमाकों की खबर आ ही जाती थी लेकिन अब देश की विभिन्न अदालतों से आतंकियों को उम्रकैद व फांसी की सजा देने से लेकर उनके एनकाउंटर की आवाज ही सुनायी दे रही है।
रक्षा से लेकर अंतरिक्ष तक व खेलों की दुनिया में भी भारत का अद्भुत विकास हो रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज योग पूरी दुनिया में छा गया है और यह उन्हीं के प्रयासों का परिणाम रहा कि आज पूरा विश्व हर वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है। कोरोना कालखंड में योग व अध्यात्म की छाप पूरी दुनिया में दिखायी पड़ी। केंद्र सरकार की नीतियों के कारण महिलाओं के जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन आया है। स्वच्छता अभियान से लेकर हर घर शौचालय और उज्ज्वला योजना के कारण नारी सशक्तीकरण का एक नया दौर प्रारंभ हुआ है जिसका असर प्रत्यक्ष देखा जा रहा है। यह उन्हीं के प्रयासों का प्रतिफल रहा कि आज देश की मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक की कुप्रथा से आजाद हुई हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के 8 साल के कार्यकाल की समीक्षा करें तो स्पष्ट हो जाता है कि उनकी सरकार द्वारा उठाया गया हर कदम उनकी हर बात राष्ट्र निर्माण की दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है। 2014 से पहले के भारत में भ्रष्टाचार, घोटालों और तुष्टिकरण की ही बात सामने आती थी लेकिन अब आविष्कार और नवाचार की बातें हो रही हैं। आज जनता के बीच सरकार की ओर से चलाये जा रहे कल्याणकारी कदमों की चर्चा हो रही है। अब देश में चर्चा हो रही है कि 6 लाख गांव खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। 2.6 करोड़ घरों को बिजली कनेक्शन मिल चुका है। हर घर को नल से जल उपलब्ध कराया जा रहा है जिसके अंतर्गत अब तक 9.5 करोड़ से अधिक घरों में नल से जल पहुंच चुका है। देश के इतिहास में पहली बार 45 करोड़ से अधिक लोगों के बैंक में जन धन खाते खोले जा चुके हैं जिनके माध्यम से गरीब परिवार सरकार की विभिन्न योजनाओं का सीधा लाभ उठा पा रहे हैं। जन धन खातों के माध्यम से लोगों को कई प्रकार की सहायता मिल रही है और जिसके कारण भ्रष्टाचार भी कम हुआ है। अब गरीबों को सौ फीसदी लाभ हो रहा है। मुद्रा योजना से 68 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं हैं जबकि 35 करोड़ से अधिक लोगों को मुद्रा लोन मिल चुका है।
मोदी सरकार के कार्यकाल में भारतीय संस्कृति के रक्षण और संवर्धन के लिए ऐतिहासिक प्रयास किये जा रहे हैं। जिसके तहत माननीय न्यायपालिका के आदेश के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण, भव्य और दिव्य काशी हो, महाभारत सर्किट, रामायण सर्किट का विकास किया जा रहा है। केदारनाथ धाम और गुजरात के सोमनाथ मंदिर का भी भव्य विकास किया जा रहा है। भारतीय कलाकृतियाँ विदेशों से ढूंढ़-ढूंढ़ कर वापस लायी जा रही हैं, इसी क्रम में बीते वर्ष माँ अन्नपूर्णा वापस काशी पधारीं हैं।
गुजरात में सरदार वल्लभ भाई पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा से सरदार पटेल को सम्मान भी मिला साथ ही इसके माध्यम से पूरे भारत में सरदार पटेल के विचारों को स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है और उन्होंने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का जो सपना संजोया था उसे पूरा करने का प्रयास मोदी सरकार द्वारा किया जा रहा है। डॉ. अम्बेडकर से जुड़े पांच तीर्थस्थलों को विकसित करने का काम भी मोदी सरकार द्वारा किया गया। संविधान दिवस, सामाजिक समरसता दिवस, राष्ट्रीय एकता दिवस, जनजतीय गौरव दिवस भी मोदी सरकार ने ही तय किये हैं। दिल्ली में राष्ट्रीय रक्षा स्मारक और प्रधानमंत्री संग्रहालय जैसी महत्वपूर्ण धरोहरों का विकास हो रहा है।
प्रधानमंत्री की नीतियों से आज भारत का समग्र विकास हो रहा है। कोरोना महामारी के कालखंड के बावजूद आज पूरी दुनिया भारत में निवेश के लिए आकर्षित हो रही है जिसका परिणाम यह हे कि आज भारत के पास अब तक का उच्चतम विदेशी निवेश है। आज भारत लोकल से ग्लोबल बनने की ओर अग्रसर है। दुनिया भारतीय उत्पादों की गुणवत्ता को पहचान रही है।
कुछ दल महात्मा गांधी के नाम पर विकृत राजनीति करते रहे लेकिन उनके विचारों को भूले रहे। आज मोदी के नेतृत्व में गांधी जी की खादी की लोकप्रियता रिकॉर्ड तोड़ रही है। जिस पूर्वोत्तर भारत को पिछली सरकारों ने अनाथ छोड़ दिया था और वहां सरकार के नाम पर केवल विधायकों की खरीद फरोख्त हुआ करती थीं उन राज्यों में आज शांति और राजनीतिक स्थिरता का दौर शुरू हो चुका है। यही कारण है कि आज पूर्वोत्तर के राज्यों में कोई भी कांग्रेस के साथ नहीं जाना चाहता है।
कोरोना कालखंड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने भारत को जीवन के हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो अभियान प्रारंभ किया उसकी महत्ता भी अब लोगों को अब समझ में आने लगी है कि अपने पैरों पर खड़ा होना कितना अधिक जरूरी है। प्रधानमंत्री चाहते हैं कि हर युवा के हाथों में स्मार्ट फोन हो और हर किसान के खेत में ड्रोन हो। कोरोना काल खंड में ही नयी ड्रोन नीति आयी और अभी हाल ही में नयी दिल्ली में ड्रोन महोत्सव का आयोजन भी किया गया। कोरोना काल खंड में ही नयी शिक्षा नीति प्रस्तुत की गयी जिसका देशभर में स्वागत किया गया।
आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत भारत सरकार ने रक्षा क्षेत्र में कई ऐतिहासिक फैसले लिये हैं जिन पर अमल किया जा रहा है। रक्षा क्षेत्र में भारत मिसाइलों की दुनिया में आत्मनिर्भर बन चुका है और अब कई छोटे देश अपनी सुरक्षा के लिए भारत से ब्रह्मोस जैसी मिसाइलों की खरीद का समझौता कर रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत ही 118 अर्जुन टैंकों का निर्माण चल रहा है। स्वास्थ्य व खेलों में भी भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अभियान प्रगति पर है। भारत में सड़क निर्माण का कार्य प्रगति पर है। संचार के क्षेत्र में भी नयी क्रांति आ रही है। एक समय था जब भारत का युवा चीनी मोबाइल पर ही निर्भर था लेकिन अब वह दौर समाप्त हो चुका है। अब भारत में ही मोबाइल का निर्माण हो रहा है तथा जिसके कारण हजारों युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध हो रहा है। एक समय था जब मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया में केवल टूजी जैसे घोटाले ही सुनाई देते थे लेकिन आज बदलाव की ओर अग्रसर भारत पूर्णत: स्वदेशी 5जी नेटवक लाने जा रहा है और जिसका सफल पीरक्षण किया जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो यह संकेत भी दिया है कि हम बहुत जल्द ही 6जी तक पहुच जायेंगे। माना जा रहा है कि 5जी नेटवर्क आ जाने के बाद विकास की गाथा ही बदल जायेगी।
प्रधनमंत्री मोदी की लोकप्रियता भारत में ही नहीं विदेशों में भी देखी जा रही है वह जहां भी जाते हैं मोदी-मोदी के गगनभेदी नारों के साथ उनका भव्य स्वागत किया जाता है। पीएम मोदी दुनियाभर के देशों में जाकर भारतीय समुदाय के साथ मुलाकात करते हैं। यही कारण है कि आज दुनियाभर में रहने वाले बसे भारतीयों का स्वाभिमान जागा है और अब हर जगह से इंडिया-इंडिया की आवाज आ रही है। भारतीय विदेश नीति के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब कोई नता अपनी विदेश यात्रा में जाकर वहाँ बसे भारतीयों को भी संबोधित कर रहा है और उन्हें भारत में चल रही नयी विकास गाथा के बारे में बता रहा है।
अभी हाल ही में पीएम मोदी ने जापान की यात्रा की थी जहां पर उन्होंने कहा था कि वह मक्खन पर लकीर नहीं खींचते बल्कि पत्थर पर लकीर खींचते हैं जिसकी काफी चर्चा हुई। 2014 के पहले एक समय था जब विदेश यात्रा पर जाने के लिए पासपोर्ट बनवाना एक दिवास्वप्न था लेकिन अब वह बहुत ही आसान हो गया है। अब दूतावासों के दरवाजे हर भारतीय के लिए खोल दिये गये हैं। भारतीय पासपोर्ट की महत्ता बढ़ गयी है।
भारतीय विदेश नीति ‘राष्ट्र प्रथम’ के सिद्धांत पर चल रही है और भारत दो विपरीत ध्रुवों वाले देशों के साथ भी बराबरी के सम्बन्ध बना रहा है। वैक्सीन नीति, ग्रीन एनर्जी, रूस यूक्रेन युद्ध जैसे मुद्दे भारत की दूरदर्शी विदेश नीति के प्रमाण हैं। आज देश की जनता को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है, उनके हाथों में ही देश की सीमाएं सुरक्षित हैं, गरीब सशक्त हो रहा है, नारी सशक्त हो रही है। बुजुर्गों को उनका सम्मान मिल रहा है। युवाओं को मनचाहा भविष्य बनाने की ताकत मिल रही है, भ्रष्टाचारियों, आतंकवादियों व उनके संरक्षणदाताओें में भय व्याप्त है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश की राजनीतिक संस्कृति को ही बदल दिया है। आज देश में योजनाओं की केवल घोषणा ही नहीं होती अपितु उनका समयबद्ध क्रियान्वयन भी हो रहा है।