मुंबई। मुंबई में स्थित मुम्बादेवी मंदिर दो सौ वर्षों पुराना मंदिर है और इसी के नाम पर मायानगरी का नाम ‘बंबई’ हुआ और बाद में मुंबई कर दिया गया। एक तरह से मुम्बादेवी हमारी कुलदेवी है और बिना कुलदेवी के कोई भी पूजा सफल नहीं होती है। फिर भी आज सरकार,नेता, सामाजिक संस्था और मुम्बादेवी मंदिर के लोग कोई भी मुम्बादेवी मंदिर का जीणोद्धार करने के बारे में नहीं सोचता है। सामाजिक संस्था ‘गांधी विचार मंच’ के अध्यक्ष श्री मनमोहन गुप्ता ने महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार से मांग की है कि मुम्बादेवी मंदिर का जीणोद्धार जल्द से जल्द किया जाय, इससे मुंबईवासियों का और सरकार दोनों का भला होगा।
मनमोहन गुप्ता कहते है,” शिर्डी के साईबाबा और दादर के सिद्धिविनायक मंदिर की तरह मुम्बादेवी मंदिर का जीणोद्धार हो। मुम्बादेवी मंदिर परिसर पूरी तरह ख़राब हो गया है और त्योहार के अवसर पर लोगों के चलने की जगह तक नहीं होती है। यातायात पूरी तरह बाधित हो जाती है। मंदिर परिसर के पास की दुकानों को तोड़कर और मंदिर के पीछे खाली पड़ी जमीं पर नई ईमारत बनाई जाय। जिसमें दुकानदारों,पुजारिओं को बसाया जाय। और पर्यटकों के लिए रहने की व्यवस्था की जाय। और मुम्बादेवी मंदिर का और उसके परिसर का सौंदर्यीकरण किया जाय। और इसे पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जाय। इससे सरकार को और मंदिर वालों को सभी को फायदा होगा और जनता को दर्शन आराम से मिलेगा। और मुम्बादेवी की कृपा सभी पर होगी। और यदि सरकार नहीं कर सकती है तो इसके लिए सरकार सभी सामजिक संस्थाओं की और उद्योगपतियों की मीटिंग करके मुम्बादेवी मंदिर का जीणोद्धार किया जाय।”