राष्ट्रवादी होना अपने आप में एक गुनाह, पानी के एक-एक बूंद के लिये एनडीएमसी तड़पा रहा है
गोल मार्केट, नई दिल्ली। आज राष्ट्रवादी होना अपने आप में एक गुनाह हो गया है। एक ओर जहां ईमाम बुखारी के जामा मस्जिद का 4 करोड़ 16 लाख का बिल बकाया होने के बावजूद किसी बिजली कम्पनी की हिम्मत नही है कि उनकी बिजली को काट सके, शाही इमाम के गुर्गे जामा मस्जिद के पार्किंग एवं मार्केट से लाखों रूपया वसूल रहे हैं मगर केन्द्र व राज्य सरकार की हिम्मत नही है कि शाही ईमाम पर कोई कार्यवाही कर सके। वहीं गोल मार्केट के पेशवा रोड पर स्थित महेश्वर आश्रम के पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र का एक महीने से जल आपूर्ति के पाइप लाइन को 77720/- (सतहत्तर हजार सात सौ बीस) रूपये बिल भरने के बाद भी एनडीएमसी के द्वारा बाधित कर दिया गया है। आश्रम में रहने वाले पं0 बाबा नंद किशोर मिश्रा व उनके भक्तों का पानी के अभाव में जीना दु:श्वार हो गया है। महेश्वर आश्रम के पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र ने 13/01/2014 को नई दिल्ली नगर पालिका के अध्यक्ष जलज श्रीवास्तव से अपनी समस्याएं लिखित रूप से अवगत कराया था मानवीय मूल्यों के आधार पर निवेदन किया था एवं सहायता मांगी थी और जलज श्रीवास्तव ने आश्वासन भी दिया था परन्तु उस निवेदन को उनके द्वारा ठंढे बस्ते में डाल दिया गया । ज्ञात रहे कि महेश्वर आश्रम एक प्राचीन धार्मिक स्थल है। आश्रम का संबंध विदेश व देश के सभी प्रदेशों से है। आश्रम जन कल्याण के कार्यों में निरंतर लगा हुआ है। आश्रम राष्ट्रवादी, हिन्दुत्ववादी चिंतकों के आस्था का केन्द्र है। दिल्ली के प्रत्येक क्षेत्र से आश्रम में लोग आते हैं व आश्रम के सामाजिक, आध्यात्मिक गतिविधियों से जुड़े हुये हैं। पानी आपूर्ति बाधित होने के कारण मंदिर व आश्रम की धार्मिक गतिविधियां बुरी तरह से प्रभावित हैं।
उपरोक्त विषय पर पं0 बाबा नंद किशोर मिश्रा ने 20/03/2015 को सायं पांच बजकर 20 मिनट पर इस विषय के समाधान हेतु निवेदन किये थे किन्तु उस दिन जलज श्रीवास्तव समिति के बैठक में व्यस्त थे इसलिये साक्षात्कार नही हो सका। 11 मार्च, 2015 को निदेशक वाणिज्य मैडम गीतिका शर्मा जी को दूरभाष द्वारा आश्रम की समस्या से अवगत कराया था। 13 मार्च, 2015 को पुनः आश्रम की अपनी कठिनाइयों व भारी परेशानियों से अवगत कराया था। माननीय गीतिका शर्मा जी ने तत्काल एक नोट के माध्यम से अधीक्षण अभियंता, जल को निर्देशित भी किया।
सनद रहे कि पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र व उनके परिवार की जीविका व भरण-पोषण आकाश वृत्ति के माध्यम से चलती है। वे एक सामाजिक एवं हिन्दू राष्ट्रवादी राजनैतिक कार्यकर्ता है। एक तरफ जहां सरकार व सरकार के अधीनस्थ द्वारा ‘‘बेटी बढ़ाओ, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। वहीं एनडीएमसी के कठोर मानवता विहीन रवैये के कारण श्री मिश्र के परिवार व तीनों बच्चियों के साथ अन्याय हो रहा है निश्चित ही एनडीएमसी के कठोर व बर्बर रवैये के कारण उन बच्चियों के स्वास्थ्य व भविष्य पर प्रभाव पड़ेगा। पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र मातृविहीन तीन बच्चियों का पालन-पोषण कर रहे हैं उनके पालन-पोषण में अतिव्यस्तता के कारण बाबा किशोर और उनका परिवार सिर्फ एक समय ही भोजन कर पाते हैं। जिन तीन डेढ़ साल की बच्चियों का बाबा पं0 मिश्र लालन-पालन कर रहे हैं उनमें बेबी नं0 1 आद्या का जन्म से आठ महीने के बाद हृदय बढ़ गया जिसका ईलाज चल रहा हैं वहीं बेबी नं0 3 अनंता का जन्म से ही हृदय में छेद था लेकिन ईलाज व दिन-रात अथक परिश्रम से वह स्वस्थ हो गई। इन बच्चियों की बीमारी में भी बहुत खर्च आ रहा है परिणामस्वरूप बाबा की आर्थिक स्थिति बहुत ही जर्जर हो गई है जिस कारण बाबा पं0 मिश्र ने दिल्ली नगर पालिका से पानी और बिजली के बिल को माफ करने को कहा था जिसमें बाबा ने करीब 77720/- रूपये देने के बावजूद भी नगर पालिका द्वारा सारी जानकारी होने के बावजूद भी जल आपूर्ति पूरी तरह से बाधित कर दिया व जलज श्रीवास्तव ने माफी का वायदा करके वायदे से मुकर गये।
ज्ञात हो कि पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र एक वरिष्ठ नागरिक है और उपरोक्त तीनों बच्चियों की माँ नही हैं व बच्चियों का पिता पत्नी के निधन से दु:खी हो मानसिक रूप से जर्जर हो गया है। श्री मिश्र ने बिजली एवं पानी का बिल माफ करने का निवेदन किया था तत्पश्चात् इस संदर्भ में जलज श्रीवास्तव 15/1/2014 को निदेशक वाणिज्य विभाग को निर्देशित किया था और बाबा पं0 नंद किशोर मिश्र को आश्वासन दिया था कि उन्हें सहयोग मिलेगा लेकिन अभी तक किसी प्रकार सहयोग प्राप्त नही हुआ है। दिनांक 9/3/2015 को नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के वाणिज्य विभाग द्वारा एक पत्र प्राप्त हुआ जिसमें श्री मिश्र को निर्देशित किया गया कि पानी, बिजली के बिल का अधिभार का बकाया माफ नही किया जायेगा क्योंकि समझौता समिति इस समय अस्तित्व में नही है।
इसके बाद दिनांक 24/3/2015 को महेश्वर आश्रम को एक लेखा-जोखा जिसमें अनुमानतः 01 लाख, 72 हजार, पांच सौ, पन्द्रह रूपये है, प्राप्त हुआ है जिसमें जलज श्रीवास्तव का दबाव है कि बिल अतिशीघ्र दिया जाये। ज्ञात रहे कि 1990 से महेश्वर आश्रम में पानी-सीवर की व्यवस्था है व आश्रम में 1978 से बिजली का टेम्प्रोरी कनेक्शन व 1980 से नियमित है जिसमें आश्रम ने 77720/- बिजली के बिल राशि दिया जा चुका है जिसकी छाया प्रति एनडीएमसी को दी जा चुकी है।
बाबा पं0 नंद किशोर मिश्र ने जल की आपातकालीन संकट के निवारण हेतु तत्काल पाइप लाइन बदलने एवं नई दिल्ली नगर पालिका के कोष से व्यवस्था कराने के संदर्भ में व मातृविहीन बच्चियों के संरक्षण हेतु कई बार एनडीएमसी के जलज श्रीवास्तव से गुहार लगाई लेकिन लेकिन वे माफी की बात करके भी मानवता को शर्मसार करने वाले कृत्य किये।
पानी आपूर्ति बाधित होने के कारण आश्रम के भक्तों में जनाक्रोश पैदा हो रहा है जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। नवरात्र के समय धार्मिक कार्य पूर्ण रूपेण बाधित हुआ जिसकी शिकायत करने के बावजूद एनडीएमसी के कान पर जूं तक नही रेंगा। उपरोक्त विषय-वस्तु का समाधान शीघ्र नही हुआ, इस विषय में आश्रम के भक्तगणों को जानकारी होने पर जनाक्रोश फैलेगा उसका जिम्मेदार स्वतः प्रशासन ही होगा। क्योंकि एनडीएमसी का पक्षपातपूर्ण रवैया मानवता को शर्मसार कर देने वाला है। आज इस तरह की समस्या किसी मस्जिद के ईमाम या मौलवी की होती तो शासन-प्रशासन पलक-पांवड़े बिछा देता यदि बात जेहादी आतंकियों की होती तो राज्य सरकार, केन्द्र सरकार उन्हें लाखों की बिरयानी खिलाने में गंवा देती मगर जब बात यहां हिन्दुत्ववादी राष्ट्रवादी की है उसकी दुर्दशा होनी ही है क्योंकि इस देश में हिन्दुत्वादी, राष्ट्रवादी होना सबसे बड़ा अपराध है।
राष्ट्रवादी होना अपने आप में एक गुनाह, पानी के एक-एक बूंद के लिये एनडीएमसी तड़पा रहा है