शुक्रवार की प्रार्थना के पश्चात देशभर में धर्मांधों द्वारा प्रारंभ हिंसा को देखते हुए, संपूर्ण शासन व्यवस्था हिन्दू हित की नहीं बनती, तब तक हिन्दू राष्ट्र के लिए हमें संघर्ष करना ही पडेगा । ‘वाराणसी का नंदी आज भी ज्ञानव्यापी मस्जिद की ओर मुख कर मूल विध्वंसित मंदिर के भग्नावशेष देख रहा है । कर्नाटक में ‘पहले हिजाब, बाद में किताब’ ऐसा अभियान ही छात्राओं के माध्यम से कट्टरतावादियों ने प्रारंभ किया था । उच्च न्यायालय ने उसके विरुद्ध निर्णय देने पर भी हिजाब की मांग करनेवाले मुसलमानों को ‘कुरान श्रेष्ठ कि देश का संविधान ?’, यह प्रश्न पूछने का साहस एक भी ‘सेक्युलरवादी’ को नहीं हुआ । हिन्दुओं द्वारा हिन्दू राष्ट्र की मांग करना अनुचित कैेसे ? वह हमारा प्राकृतिक और संवैधानिक अधिकार है । वर्तमान में भारत में कार्यरत हिन्दूविरोधी ‘अलायन्स’ के पीछे राजनीतिक स्वार्थ है । यह ‘एजेंडा’ हिन्दू राष्ट्र के सामने सबसे बडी चुनौती है । इस हिन्दूविरोधी ‘अलायन्स’ को पराभूत करने के लिए हमें आनेवाले काल में वैचारिक और बौद्धिक स्तर पर निरंतर खंडन करना पडेगा । उस दृष्टि से यह ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ महत्त्वपूर्ण है । कालमहिमा के अनुसार वर्ष 2025 में हिन्दू राष्ट्र आनेवाला ही है, उसके लिए हिन्दुओ, अभी से सक्रिय हों, ऐसा आवाहन आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे ने किया । वे ‘श्री रामनाथ देवस्थान’, फोंडा, गोवा में ‘दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे । इस अधिवेशन में देशविदेश तथा भारत के विविध राज्यों के 225 से अधिक प्रतिनिधि उपस्थित हैं ।
मराठी और हिन्दी भाषा के ग्रंथ ‘हलाल जिहाद ?’ का लोकार्पण !
इस समय हिन्दू जनजागृति समिति समर्थित मराठी और हिन्दी भाषा के ग्रंथ ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर नया आक्रमण – ‘हलाल जिहाद ?’ का लोकार्पण व्यासपीठ पर उपस्थित ‘हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस’ के संरक्षक तथा सर्वाेच्च न्यायालय के अधिवक्ता पूज्य हरि शंकर जैन, ‘भारत सेवाश्रम संघ’ के स्वामी संयुक्तानंद महाराज, ‘इंटरनेशनल वेदांत सोसाइटी’ के स्वामी निर्गुणानंदगिरी महाराज और समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे के करकमलों से किया गया । अधिवेशन का प्रारंभ शंखनाद से किया गया । इसके उपरांत व्यासपीठ पर उपस्थित मान्यवरों के करकमलों से दीपप्रज्वलन किया गया । दीपप्रज्वलन के उपरांत वेदमंत्रों का पठन हुआ । इस अवसर पर सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी द्वारा दिए गए संदेश का वाचन सनातन संस्था के धर्मप्रचारक संत सद्गुरु सत्यवान कदम ने किया । ‘श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास’ के कोषाध्यक्ष प.पू. स्वामी गोविंददेवगिरीजी महाराज का आशीर्वचन ‘‘हिन्दू राष्ट्र स्थापना का संकल्प कुछ वर्षाें में पूर्ण होगा’ चित्रफीति के माध्यम से दिखाया गया । अधिवेशन के निमित्त ट्वीटर पर #10th_Hindu_Rashtra_Adhiveshan इस हैशटैग द्वार हिन्दू राष्ट्र की चर्चा देशभर में प्रारंभ हो चुकी है, यह दिखाई दिया । इस अधिवेशन का सीधा प्रक्षेपण हिन्दू जनजागृति समिति के जालस्थल HinduJagruti.org द्वारा, तथा ‘HinduJagruti’ इस ‘यू-ट्यूब’ चैनल द्वारा भी किया जा रहा है ।