सफलता की कहानी
परवान पर है ग्राम्य विकास का सुनहरा दौर,
– डॉ. दीपक आचार्य
उप निदेशक, (सूचना एवं जनसम्पर्क)
जोधपुर
जोधपुर, 01 जून/पंचायतीराज के सशक्तिकरण के साथ ही ग्रामीण विकास की दृष्टि से हाल के वर्षों में सरकार द्वारा कराए गए कार्यों ने ग्रामीणों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करते हुए लोक सेवाओं एवं सुविधाओं के विस्तार में कई नए आयाम स्थापित किए हैं जिन्होंने आम ग्रामीणों को बहुआयामी विकास की धाराओं को सुकून दिया है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप राजस्थान में सुशासन के साथ बहुआयामी विकास का सुनहरा दौर परवान पर है।
ख़ासकर जोधपुर जिले में पंचायतीराज विभाग की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों में वैयक्तिक एवं सामुदायिक विकास की गतिविधियों ने ग्राम्य विकास को सम्बल प्रदान करते हुए मरुभूमि के ग्रामीणों को लाभान्वित किया है।
ग्रामीणों को विकास के नए दौर से रूबरू कराने वाली वर्तमान सरकार के कार्यकाल में जोधपुर जिले में जिला परिषद तथा पंचायत समितियों से संबंधित विभिन्न योजनाओं में ग्राम पंचायतों द्वारा कई प्रकार के उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं।
जसवन्तपुरा का सार्वजनिक सभाभवन
इन्हीं में एक है जसवन्तपुरा का सार्वजनिक सभाभवन। इसका निर्माण विशिष्ट डिजाईन और परिकल्पना के साथ इस प्रकार किया गया कि इसमें विभिन्न कार्यों को क्रमिक रूप से अलग-अलग समय में लेकर पूर्णता प्रदान की गई। इसके लिए समुदाय आधारित प्रेरणा एवं प्रोत्साहन की भूमिका कई अर्थों में ख़ास रही।
बिलाड़ा पंचायत समिति के इस गांव में निर्मित यह सार्वजनिक सभा भवन ग्राम्य गतिविधियों का केन्द्र है। इस कार्य में सांसद (राज्य सभा) स्थानीय क्षेत्रीय विकास निधि से 15 लाख रुपये, सांसद (लोक सभा) स्थानीय क्षेत्रीय विकास निधि एवं विधायक स्थानीय क्षेत्रीय विकास निधि से 5-5 लाख, राज्य वित्त आयोग पंचम (पं.स. स्तर) 7 लाख 25 हजार, पंचायत समिति स्तर पर रायल्टी से प्राप्त 7 लाख रुपये राशि का अंशदान रहा।
घाणामगरा में श्मशान घाट विकास
बिलाड़ा पंचायत समिति की ही घाणामगरा ग्राम पंचायत में श्मशान घाट विकास कार्य के अन्तर्गत कई कार्य किए गए। इनमें श्मशान घाट की चार दिवारी की ऊँचाई बढ़ाने, श्मशान भूमि में खुला बरामदा निर्माण कार्य, श्मशान भूमि में सीसी ब्लॉक खरंजा का निर्माण आदि कार्य किए गए। सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि (राज्य सभा) के अन्तर्गत हुए इस कार्य पर कुल 11 लाख 88 हजार रुपए व्यय हुए। ग्रामवासियों ने श्मशान घाट में छायादार पौधे लगाकर अपना सहयोग प्रदान किया।
जोधपुर जिले में ग्रामीणों की जरूरतों एवं मांग के अनुरूप ग्रामीण विकास तथा जन सुविधाओं में अभिवृद्धि के लिए इस प्रकार के अनगिनत कार्यों को आकार दिया गया है। इससे जोधपुर जिले ने ग्रामीण विकास गतिविधियों के क्षेत्र में नए दौर में प्रवेश कर लिया है।