🏹🚩 *हिन्दू राष्ट्र संगठन* 🚩🏹
भारतवर्ष की स्थिति
कश्मीर असम केरल बंगाल दिल्ली राजस्थान और अब पंजाब में खालिस्तानी मांग
देश का सोता हुआ हिंदू केजरीवाल के भांति देशद्रोहियों को बढ़ावा देता हुआ
दशकों से सनातन संस्था तोड़ने में जुटे कांग्रेसी मुस्लिम ईसाई
हिंदू संस्थानों को जगना होगा, बोलना होगा, तंत्र को बताना होगा अथवा मिटना होगा मादा बिच्छू की तरह हजारों मंदिर तोङकर मस्जिद बनवाने वाले अरब के जाहिल मुगल आक्रमण करने वाले अकेले नहीं थै जेसे जोशी जी का विरोध करते हैं ऐसे भी जय चंद्र विधर्मी उस समय में भी थै वह नफ़रत भरीं परंपरा बखूबी निभा रहे हैं जब कल सब को राख बनना है तो धर्म की रक्षा के लिए जो खङा है उसका संमान नहीं ओर विरोध क्यू चर्चा इस बात पर हो रही है कि अयोध्या के बाद काशी मथुरा कुतुबमीनार ओर अब ताजमहल आखिर हर मस्जिद के अंदर से मंदिरों के प्रमाण कैसे निकल रहें हैं चर्चा इस बात पर होनी चाहिए की मंदिरों पर मस्जिद क्यो बनाई चर्चा का विषय है कि मुगलों ने मंदिर क्यो विध्वंस किए भारतिय इतिहास कारो को सच्चाई सामने लाना ही होगा। भजन ओर आरती की तुलना भी जान लो । सर्वप्रथम चार बार अज़ान मे अल्लाहो अकबर यानी अल्लाह सबसे बड़ा है। इसके बाद दो बार अशहदु अन ना मुहम्मदरउल्लाह जिसका अर्थ है। मे गंवाही देता हूँ कि हज़रत मुहम्मद अल्लाह के रसूल उपदेशक है। फिर दाहिनी ओर मुँह करके दो बार हय या अलसला ,,, अर्थात आओ नमाज़ की ओर। । फिर बाईं ओर मुँह करके दो बार हय या अलल फलाह यानी आओ कामयाबी की ओर ।इसके बाद सामने (पश्चिम) मुँह करके अर्थात अल्लाह के शिवा कोई भी पूज्य नहीं है। सुबह की अंजान मे एक वाक्य अधिक कहा जाता है अस्सलात ख़ैरूम मिनननोम अर्थात नमाज़ नींद से बेहतर है। अब भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में क्या इस तरह से लाउडस्पीकर पर दुसरे धर्मो को मानने वालों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम नहीं हो रहा है। क्या कोई मान सकता है कि अल्लाह ही एकमात्र पूज्य है दुसरा कोई नहीं जिन हिन्दुओ को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है तो लगता है कि अंजान उनके कानों में शहद घोलती है। सबको इकट्ठा करने कि ताकत प्रेम मे है ओर सबको अलग करने की ताकत भ्रम में है। आर्थिक स्थिति कितने भी अच्छी हो जींदगी का सही आनंद लेने के लिए मानसिक स्थिति अच्छी होनी चाहिये घर में सोफासेट ङिनरसेट टीव्ही सेट हो या मेकअप सेट हो अगर आपका माईङ न हो तो आप कभी सेंट नहीं हो सकते है । पैङ कभी भी ङाली काटने से नहीं सुखता पैङ हमेशा जङ काटने से सुखता है वैसे ही इंसान अपने कर्म से नहीं बल्कि अपनी छोटी सोंच ओर ग़लत व्यवहार से हारता है किसी ने ख़ूब सही कहा है,,, खुशियाँ आएं जिंदगी में तो चख लेना मिठाई समझ कर ओर जब गम आए तो भी खा लेना दवाई समझ कर। जिंदगी में चुनौतियां हर किसी के हिस्से में नहीं आतीं,,, क्यो कि किस्मत भी किस्मत वालों को आजमाती है। राष्ट धर्म सर्वोपरि संसकृति व राष्ट्रीय हित में सोंच रखने वालों सभी सदस्यों को शुभकामनाएं और बधाइयाँ स्वीकार करें 🙏