देश में हर साल 13 लाख लोग होते हैं कैंसर का शिकार
अलीगढ़ 13 मई 2022। भारत में कैंसर के तेज़ी से बढ़ते मामले बेहद चिंताजनक हैं। आज कैंसर शहरी भारत में मृत्यु का प्रमुख तथा ग्रामीण भारत में चौथा मुख्य कारण बन चुका है। नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम की रिपोर्ट के मुताबिक देश में हर साल 13 लाख लोग कैंसर का शिकार होते हैं। गतिहीन जीवनशैली, मोटापा, तम्बाकू एवं शराब का बढ़ता सेवन इसके मुख्य कारण हैं। इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रीसर्च के अनुसार अगले पांच सालों में देश में कैंसर के मामलों में 12 फीसदी बढ़ोतरी होगी। उक्त बातें कैंसर विशेषज्ञ एवं डायरेक्टर डिपार्टमेन्ट ऑफ हीमेटो-ओंकोलोजी एण्ड बोन मैरो ट्रांसप्लान्ट डॉ सत्यरंजन दास ने कहीं।
डॉ सत्यरंजन दास ने कहा कि कैंसर के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं। ऐसे में यह ज़रूरी है कि बीमारी की रोकथाम के लिए नियमित रूप से स्क्रीनिंग कराई जाए, क्योंकि कैंसर के मामले में समय पर उपचार के परिणाम बेहतर होते हैं और मरीज़ के जीवित रहने की संभावना बढ़ जाती है।
डॉ अभिषेक गुलिया एसोसिएट डायरेक्टर डिपार्टमेन्ट ऑफ रेडिएशन ओंकोलोजी ने कहा कि पिछले दशक में रेडिएशन थेरेपी, इम्युनोथेरेपी, कीमोथेरेपी, हॉर्मोन थेरेपी एवं सर्जिकल तकनीकों में बहुत अधिक प्रगति हुई है, जिससे ज़्यादातर मरीज़ों का इलाज न्यूनतम साईड इफेक्ट्स के साथ संभव हो पा रहा है।
डॉ आशीष गोयल, डायरेक्टर, डिपार्टमेन्ट ऑफ सर्जिकल ओंकोलोजी ने कहा कि जेपी हॉस्पिटल्स में मेडिकल ओंकोलोजी, सर्जिकल ओंकोलोजी, रेडिएशन ओंकोलोजी, बच्चों और बड़ो में रक्त कैंसर अथवा उपचार एवं बोन मेरो ट्रांसप्लांट की सुविधाएं हैं। कैंसर विशेषज्ञों की टीम द्वारा मरीज़ों का विश्वस्तरीय उपचार किया जाता है। इस मौके पर डॉ सिल्की जैन, कन्सलटेन्ट, डिपार्टमेन्ट ऑफ पीडिएट्रिक हीमेटो-ओंकोलोजी, विवेक तिवारी आदि मौजूद रहे।