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दैनिक योग साधना से शारीरिक, मानसिक,आध्यात्मिक उन्नति सम्भव है -योगाचार्य रजनी चुघ*

*”योग करे निरोग” पर गोष्ठी सम्पन्न*

गाजियाबाद,रविवार 24 अप्रैल 2022,केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में “योग करे निरोग” विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कोरोना काल में 388 वां वेबिनार था।

मुख्य वक्ता योगाचार्या रजनी चुघ ने कहा कि शारीरिक,मानसिक व आध्यात्मिक उन्नति के लिए दैनिक योग अत्यंत आवश्यक है। अपने प्रति व समाज के प्रति कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए नित्य योगाभ्यास करते हुए हम आसन की परिपक्व अवस्था तक पहुंच सकते हैं।आसनों के अभ्यास से स्थिरता,सुख की अनुभूति होती है।आसनों का उद्देश्य शरीर व मन में समन्वय बनाना है जिससे मनुष्य सबल, स्वस्थ,प्रसन्न,सक्रिय एवम शक्ति को संचित करने योग्य बन सके।उच्च रक्तचाप व तनाव दूर करने में योग सहायक है।हम भीतर से शान्त व बाहर से क्रिया शील रहकर दिव्य जीवन प्राप्त कर सकते हैं।

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि योग की महत्ता को आज पूरा विश्व स्वीकार कर रहा है इसलिए आओ इसे दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनायें।

मुख्य अतिथि पूजा सलूजा व अध्यक्ष अनिता आर्या ने भी योग की अनिवार्यता पर जोर दिया।

राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि मैं दैनिक योग करके स्वयं व औरों को भी स्वस्थ रखता हूँ।

गायक रविन्द्र गुप्ता,प्रवीना ठक्कर,कुसुम भंड़ारी,रचना वर्मा,कमलेश चांदना,उमा मिगलानी,कमला हंस,जनक अरोड़ा,किरण सहगल,सरला बजाज,उषा आहुजा, रजनी गर्ग आदि के मधुर भजन हुए।

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