भारत ने बनाये दो कीत्र्तिमान
भारत के लिए यह अत्यंत गौरव का विषय है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भारत में हुए गौरवमयी आयोजनों को लेकर पूरे विश्व में वाह वाही हो रही है। इतना ही नहीं सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसी दिन भारत ने दो विश्व रिकॉर्ड बना गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉड्र्स में अपना नाम दर्ज करा लिया है।
पहला रिकॉर्ड एक जगह पर सबसे अधिक लोगों के योग करने का बना, तो दूसरा एक साथ सबसे अधिक देशों के लोगों के योग करने का। प्राप्त जानकारी के मुताबिक योग दिवस के मौके पर राजपथ पर आयोजित समारोह में रविवार को 35,985 लोगों ने एक साथ योग किया। यह पहला कीर्तिमान है। आयोजन में 84 देशों के प्रतिनिधि मौजूद थे, यह दूसरा रिकॉर्ड है।
गौरतलब है कि योग दिवस के आयोजन को सफल बनाने के लिए आयुष मंत्रालय पिछले दो महीने से जुटा हुआ था। उसी के प्रयासों का नतीजा है कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ कुल 35,985 लोगों ने योग किया। इतना ही नहीं, 84 देशों के लोगों ने एक साथ योग किया, जो एक विश्व रिकॉर्ड है। इतनी भव्यता और गरिमा के साथ यह कार्यक्रम आयोजित किया गया कि हर भारतवासी का मस्तक से गर्व से ऊंचा हो गया। 84 देशों के लोगों का एक साथ बड़ी संख्या में दिल्ली के राजपथ पर आ जाना इस बात का संकेत तो है ही कि इन लोगों ने राजपथ को ‘योगपथ’ बना दिया था, साथ ही इस बात का भी संकेत है कि विश्व समुदाय अपने स्वास्थ्य और सुख शांति के लिए भारत के योग मार्ग को सर्वोत्तम साधन मानता है। इस पर यदि भारत ने अपनी ओर से थोड़ा और काम किया तो बहुत शीघ्र ही भारत के चिकित्सा विज्ञान को विश्व समुदाय की मान्यता मिल जाएगी, और एलोपैथी की वर्तमान चिकित्सा प्रणाली केवल किताबों तक सीमित होकर रह जाएगी। योग के विषय में ‘दिग्गी राजा’ या ‘लालू महाराजा’ क्या कहते हैं, आज यह महत्वपूर्ण नही रह गया है, अपितु आज महत्वपूर्ण है अपने गौरवमयी पुरातन की सनातन परंपरा को अधुनातन के साथ जोडक़र समरूप कर देना। इसके लिए हमें गंभीर और सकारात्मक प्रयास करने की आवश्यकता है।
लेखक उगता भारत समाचार पत्र के चेयरमैन हैं।