‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’- कहने वाली प्रियंका राजस्थान की लड़कियों की हालत पर मौन क्यों ?
गाजियाबाद। (आरबीएल निगम ) राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार आए दिन नए विवादों में फंसती नजर आ रही है। नेता, विधायक और मंत्री अपनी ढपली अपना राग की तर्ज पर नाच रहे हैं। जनता के दुख-दर्द की, शोषितों-पीड़ितों-वंचितों की पीड़ा की किसी को फिक्र नहीं है। कांग्रेसियों को सिर्फ अपनी फिक्र है। अपने जेब की फिक्र है और अपराधों में फंसे अपनों को बचाने की चिंता है। पहले से ही रेपिस्तान बने राजस्थान में कांग्रेस विधायक के पुत्र ने एक और नगीना जड़ दिया है। दौसा में एक 15 साल की नाबालिग से गैंगरेप के मामले में विधायक के बेटे समेत 5 युवकों पर शर्मनाक मामला दर्ज हुआ है। भाजपा नेता व पूर्व संसदीय सचिव जितेंद्र गोठवाल ने प्रियंका गांधी वाड्रा को शताब्दी ट्रेन का टिकट बुक कराकर दिल्ली से राजस्थान बुलाया है, ताकि वे राजस्थान की लड़कियों के लिए भी लड़ सकें।
कांग्रेस विधायक सफिया खान के कहने पर एसडीएम ने मांगे 30 लाख
दौसा में दुष्कर्म की करतूत है तो इधर अलवर के रामगढ़ से कांग्रेस विधायक के खिलाफ ‘शोले’ निकल रहे हैं। रामगढ़ की सरपंच शकुंतला सैनी ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि नगर पालिका का चेयरमैन बनाने के लिए रामगढ़ विधायक सफिया खान के कहने पर रामगढ़ एसडीएम कैलाश चंद शर्मा ने 30 लाख रुपये मांगे हैं। उन्होंने इसकी शिकायत एसीबी में भी की, लेकिन सरकार के दबाव में सुनवाई नहीं हुई। जस्टिस उमाशंकर व्यास की बेंच ने याचिका स्वीकार कर चार सप्ताह में जवाब मांगा है।
कांग्रेस विधायक के बेटे ने नाबालिग से रेप कर बनाए अश्लील वीडियो
राजस्थान में कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा के बेटे दीपक मीणा पर नाबालिग से गैंगरेप व ब्लैकमेल करने के आरोप हैं। दौसा में एक 15 साल की नाबालिग से गैंगरेप के मामले में एमएलए के बेटे समेत 5 युवकों पर मामला दर्ज किया गया है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि एमएलए के बेटे और उसके दोस्तों ने होटल में रेप कर अश्लील वीडियो बनाए। इन्हें वायरल करने की धमकी देकर साढ़े 15 लाख रुपए व जेवरात ले लिए। इसके साथ धमकाया भी कि कानून हमारा कुछ नहीं कर सकता। परिजनों ने बताया कि पीड़िता 10वीं क्लास में पढ़ती है।
नाबालिग ने डरकर मां के गहने व 15.40 लाख रुपये आरोपी को दिए
फेसबुक पर उसकी पहचान थूमड़ा (अलवर) निवासी विवेक शर्मा से हुई। उन्होंने बताया कि विवेक शर्मा, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ से कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा के बेटे दीपक और नेतराम समेत दो अन्य युवकों ने नशे की गोली खिलाकर उसके साथ मंडावर थाना क्षेत्र के एक होटल में गैंगरेप किया। इस दौरान मुख्य आरोपी विवेक ने रेप का वीडियो बना लिया। इसके बाद विवेक ने नाबालिग को ब्लैकमेल कर उससे कई बार रेप किया। विवेक ने नाबालिग को वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उससे पैसों की भी डिमांड की। नाबालिग ने डरकर मां के गहने व 15 लाख 40 हजार रुपये आरोपी को दे दिए।
प्रियंकाजी आइये, राजस्थान में भी लड़कियां हैं, पर बाहुबलियों के आगे लड़ नहीं पा रहीं
कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा के बेटे पर गैंगरेप का केस दर्ज होने के बाद सियासत गरमा गई है। बीजेपी नेता जितेंद्र गोठवाल ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को ट्रेन का टिकट भेजा। उन्होंने विधायक पुत्र के रेप मामले में पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए प्रियंका को राजस्थान बुलाया। गोठवाल ने ट्वीट को प्रियंका गांधी को टैग करते हुए लिखा- राजस्थान में कांग्रेस विधायक के बेटे ने एक नाबालिग से रेप किया है। लड़की आपके विधायक के बाहुबल के आगे लड़ नहीं पा रही। गोठवाल ने आगे लिखा- प्रियंका जी, आपके लिए रेल की टिकट भेज रहा हूं। तुरंत जयपुर आइए। क्योंकि राजस्थान में भी लड़कियां हैं, लड़ नहीं पा रही हैं।
देश में मासूमों से 49 फीसदी रेप अकेले राजस्थान में
एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार नाबालिगों के साथ तो राजस्थान में और भी बुरा हाल हो रहा है। हवस के दरिंदे मासूमों को भी नहीं बख्श रहे हैं। उन्हें प्रदेश की पुलिस का कोई खौफ नहीं है। 18 वर्ष से कम उम्र की बलात्कार पीड़िताओं की संख्या देशभर में 2640 रही। अकेले राजस्थान में ही 49 फीसदी यानी 1279 नाबालिगों का बलात्कार हुआ।
हाथरस गैंगरेप पर हंगामा, राजस्थान पर मौन
आपको याद ही होगा कि पिछले साल सितंबर माह में यूपी के हाथरस में युवती के साथ बलात्कार के बाद पीड़िता की मौत का मामला कितना तूल पकड़ा था। हाथरस गैंगरेप की घटना के विरोध में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाथरस कूच किया था। नेता द्वय ने इस घटना के लिए योगी सरकार को जिम्मेवार ठहराया। दिलचस्प तथ्य यह है कि उसी सितंबर माह में उनकी पार्टी द्वारा शासित राजस्थान में बलात्कार की एक नहीं, कई घटनाएं हुईं, लेकिन यहां राहुल-प्रियंका ने बलात्कारियों को सजा दिलवाने के लिए आवाज उठाना तो दूर पीड़िताओं और उनके परिजनों से मिलना तक जरूरी नहीं समझा।