भोपाल, 12 जुलाई, 2014। विद्यार्थियों के सपनों से ही शिक्षकों के सपने जुड़े होते हैं। विद्यार्थियों के सपने पूरे होते हैं तो सबसे अधिक प्रसन्नता और संतुष्टि शिक्षक को मिलती है। यह बात माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में जनसंचार विभाग के अध्यक्ष संजय द्विवेदी ने कही। उन्होंने गुरुपूर्णिमा के अवसर पर जनसंचार विभाग की ओर से आयोजित साप्ताहिक कार्यक्रम ‘सार्थक शनिवार’ में विद्यार्थियों को संबोधित किया। कार्यक्रम का विषय था ‘मेरा एक सपना है’ । इस मौके पर नवागत विद्यार्थियों ने अपने सपने, अपने साथियों और शिक्षकों के साथ साझा किए। इस मौके पर विभाग में नवागत शिक्षक डॉ. सौरभ मालवीय और प्रदीप डहेरिया का स्वागत भी किया गया।
श्री द्विवेदी ने कहा कि सपने देखना अच्छी बात है। सपने जरूर देखने चाहिए। लेकिन, उन्हें पूरा करने की तैयारी भी विद्यार्थियों को साथ-साथ करनी चाहिए। विद्यार्थी को स्वर्णिम भविष्य के लिए वर्तमान जीवन में अनुशासन का पालन करना होता है। कामयाब बनने के लिए अपनी दिनचर्या पर हमारा नियंत्रण होना बहुत जरूरी है। श्री द्विवेदी ने कहा कि सफलता पाने के लिए किसी खास परिवेश, क्षेत्र, जाति, धर्म में पैदा होना जरूरी नहीं है। इन सबके कोई मायने नहीं है, बल्कि व्यक्ति अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर आगे बढ़ता है। कार्यक्रम में बतौर अतिथि उपस्थित मंजुल पब्लिकेशंस के सहायक संपादक सुमित रंजन ने कहा कि सपने ऐसे होने चाहिए कि वे आपको सोने न दें। अपने सपनों को पूरा करने की नींव विद्यार्थी जीवन में ही तय होती है।
कार्यक्रम में जनसंचार विभाग के बीएएमसी और एमएएमसी प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने कविता, कहानी और अनुभवों के माध्यम से अपने सपनों की आकर्षक प्रस्तुति दी। सौरभ सोनी, ज्ञानेश चौहान, आकृति शर्मा और सुयश भट्ट ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की सुन्दर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में जनसंचार विभाग के शिक्षक डॉ. संजीव गुप्ता, डॉ. सौरभ मालवीय, प्रदीप डहेरिया, लोकेन्द्र सिंह, पंकज कुमार, विजयेंदु झा मौजूद रहे।