एक बार नेताजी सुभाष चन्द्र बोस हिटलर से मिलने गये।हिटलर किसी से खुद नही मिलता था बल्कि अपने डुप्लिकेट्स को भेजता था।
पहला डुप्लिकेट आया और हाथ बढाकर बोला-हैलो आई एम हिटलर!
नेता जी:मै सुभाष हुँ,भारत से।हिटलर को भेजो!
इसी प्रकार दूसरा आया पर नेताजी ने पहचान लिया।तब हिटलर खुद आया।तब नेता जी ने हाथ बढाया,बोले कृप्या दस्ताने उतार दे मै दोस्ती के बीच कोई दिवार नही चाहता।
इतनी निर्भिकतापूर्ण बातै हिटलर से पहले किसी ने नही की थी।फिर हिटलर ने पहली बार दस्ताने उतार कर हाथ मिलाये।
ऐसे थे नेताजी ।