प्रफुल्ल पटेल को बनाया जा सकता है दिल्ली का उपराज्यपाल ?
नई दिल्ली: अटकलें लगाई जा रही हैं कि लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल खोड़ा पटेल का दिल्ली ट्रांसफर हो रहा है? दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि वह दिल्ली के उपराज्यपाल बनाए जाने वाले हैं? यह सवाल उठाया है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने। एक ट्वीट में केजरीवाल ने पूछा कि ‘क्या लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल पटेल को दिल्ली का अगला एलजी बनाया जा रहा है?’ पटेल को दिसंबर 2020 में लक्षद्वीप का प्रशासक नियुक्त किया गया था। वह दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव के प्रशासक भी हैं। पटेल उस वक्त गुजरात के गृह मंत्री रहे जब नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री हुआ करते थे। पिछले साल लक्षद्वीप में पटेल के कई कदमों का खासा विरोध हुआ था। उन्हें वापस बुलाए जाने की मांग तक उठी थी। अभी अनिल बैजल दिल्ली में केंद्र सरकार के नुमाइंदे हैं। 1969 बैच के बैजल को दिसंबर 2016 में दिल्ली का उपराज्यपाल बनाया गया था।
उत्तरी गुजरात के मेहसाणा जिले से आने वाले प्रफुल पटेल के पास सिविल इंजिनियरिंग में डिप्लोमा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मेहसाणा जिले से आते हैं। जब मोदी प्रधानमंत्री बने तो पटेल को दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव का प्रशासक नियुक्त किया गया। जनवरी 2020 में इन दोनों केंद्रशासित प्रदेशों का विलय करके एक UT बना दिया गया। पटेल ही उसके प्रशासक बने रहे। दिसंबर 2020 में पटेल को लक्षद्वीप का जिम्मा भी सौंप दिया गया।
प्रफुल खोड़ाभाई पटेल ने पिछले साल मुस्लिम बहुल लक्षद्वीप में कुछ ड्राफ्ट नियमों से बवाल मचा दिया था। विपक्षी दलों के आरोप थे कि उन्होंने शराब के सेवन पर रोक लगा दी, पशु संरक्षण का हवाला देते हुए बीफ (गोवंश) उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया। पटेल का बचाव करते हुए बीजेपी ने दावा किया था कि यह विरोध राज्य में भ्रष्टाचार खत्म करने के प्रयास का नतीजा है।
जुलाई 2013 में नजीब जंग को दिल्ली का एलजी बनाया गया था। उनके कार्यकाल के दौरान एलजी ऑफिस और दिल्ली सरकार के बीच खासी तनातनी रही। आखिरकार 22 दिसंबर 2016 को जंग ने अचानक पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद रिटायर्ड सिविल सर्वेंट अनिल बैजल को दिल्ली का नया उपराज्यपाल नियुक्त किया गया।