पांचो प्रदेशों के जनादेश का क्या है संदेश
गाजियाबाद। हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणामों नहीं जहां दो तिहाई का प्रचंड बहुमत देकर भाजपा को उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सत्ता सौंप दी है वही पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में भी भाजपा सरकार बनाने में सफल रही है । इस प्रकार कुल 5 राज्यों में से 4 राज्य भाजपा के भगवा रंग में रंग गए हैं। जबकि पंजाब में ‘आप’ ने अपना शानदार प्रदर्शन करते हुए पहली बार सत्ता पर कब्जा किया है।
इससे स्पष्ट हो जाता है कि भाजपा और विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर अभी भी कायम है और उनकी बराबरी का कोई नेता इस समय पूरे देश के विपक्ष के पास नहीं है।
पंजाब में जब सरकार केजरीवाल की पार्टी को समर्थन मिला है और चुनाव के दौरान जिस प्रकार खुद केजरीवाल पर खालिस्तान समर्थक होने के आरोप कुमार विश्वास ने लगाए हैं, उनके चलते यह प्रचंड बहुमत कई प्रकार के शक सवाल पैदा करता है। इन सब सवालों पर तो बाद में ही लिखा जाएगा, फिलहाल तो केजरीवाल और उनकी पार्टी को बधाई देना ही उचित है। फिलहाल इतना ही कहना उचित होगा कि अब केजरीवाल और उनकी पार्टी की गतिविधियों पर केंद्र को विशेष ध्यान देना होगा।
पांचों राज्यों के चुनाव परिणामों से राकेश टिकैत की भी पोल खुल गई है। यद्यपि वह बेशर्मी से अभी भी नए-नए ढंग से अपने आप को पेश कर रहे हैं। पर सच यह है कि खुद टिकैत के गांव के लोगों ने ही उन्हें नकार दिया है। अब केंद्र सरकार के लिए उचित होगा कि देश विरोधी गतिविधियों में लगे रहे टिकैत और उनके साथियों की संपत्ति की जांच कराये और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही करे।
प्रधानमंत्री मोदी से अब यह भी अपेक्षा की जाती है कि वे जनसंख्या नियंत्रण कानून यथाशीघ्र लाएं और जो लोग देश में गजवा ए हिंद या मुगलिस्तान की तैयारी में लगे हैं उनकी गतिविधियों पर लगाम लगाकर देश की वैदिक संस्कृति और हिंदुत्व की रक्षा की दिशा में ठोस कदम उठाएं। क्योंकि इस समय उत्तर प्रदेश की जनता ने उन्हें प्रचंड बहुमत इसी आशा और अपेक्षा के साथ दिया है। यह जनादेश केवल उत्तर प्रदेश के लिए नहीं है बल्कि पूरे देश के लिए एक संदेश है कि इस समय हिंदू जाग रहा है और एकता का परिचय देते हुए अपने राजनीतिक नेतृत्व से कुछ नई अपेक्षाएं रखता है।
मुख्य संपादक, उगता भारत