चाणक्य उपदेश
1.जितना कमाएँ उससे कम खर्च हो ऐसी जिन्दगी बनायें, जिन्दिगी खुशियों से भर जायेगी।
2. दिन में कम से कम 3 लोगो की प्रशंसा करें, फिर देखें अपने दिल का आनंद।
3. खुद की भूल स्वीकारने में कभी भी संकोच न करें।
4. किसी के सपनो पर कभी भी न हंसे।
5. अपने पीछे खडे व्यक्ति को भी कभी आगे जाने का मौका दें।
6. रोज उदय होते सुरज को अवश्य देखें।
7. खूब जरुरी हो तभी कोई चीज उधार लें।
8. किसी से कुछ जानना हो तो, विवेक से दो बार पूछें।
9. कर्ज और शत्रु को कभी बडा मत होने दें।
10. ईश्वर पर अटूट भरोसा रखें।
11. प्रार्थना करना कभी मत भूलें, प्रार्थना में अपार शक्ति होती है।
12. हमेशा अपने काम से मतलब रखें।
13. समय सबसे ज्यादा कीमती है, इसको फालतु कामो में खर्च ना करें।
14. जो आपके पास है, उसी में खुश रहना सीखें।
15. बुराई कभी भी किसी की भी मत करें, क्योंकि बुराई नाव में छेद समान है, छेद छोटा हो या बड़ा नाव को डुबा ही देता है।
16. हमेशा सकारात्मक सोच रखें।
17. हर व्यक्ति एक हुनर लेकर पैदा होता हैं, बस उस हुनर को दुनिया के सामने लाएं।
18. कोई काम छोटा नही होता, हर काम बडा होता है।
19. सफलता उनको ही मिलती है जो कुछ कोशिश करते हैं।
20. कुछ पाने के लिए कुछ खोना नहीं बल्कि कुछ पुरुषाऱथ करना पडता है।