खालिस्तान समर्थक केजरीवाल को कुमार विश्वास ने दी खुली चुनौती : कहा – हिम्मत है तो सामने आएं
नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनावों में अपनी जीत की ताल ठोकने वाले अरविंद केजरीवाल के लिए कुमार विश्वास ने विश्वास का संकट खड़ा कर दिया है। केजरीवाल को खालिस्तान समर्थक बताकर जिस प्रकार कुमार विश्वास ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं उससे आम आदमी पार्टी के नेता की फजीहत होना तो तय है पर उनका असली चेहरा भी अब लोगों के सामने आ गया है। उनकी भाषा ,उनका चरित्र, उनकी चाल, उनका चेहरा हालांकि पहले से भी यह सब बता रहा था कि वह देश के प्रति अच्छे विचार नहीं रखते। सत्ता स्वार्थ के लिए वह सौदागरी की किसी भी सीमा तक जा सकते हैं, अब इन आरोपों के चलते उनके विरोधियों के वार उन पर और भी तीखे हो गए हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर खालिस्तान समर्थक होने का आरोप लगाने वाले कुमार विश्वास के आरोप के बाद आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने मीडिया को धमकी दी थी। चड्ढा ने कहा था कि जो भी चैनल इन बयानों को दिखाएगा उनके खिलाफ पार्टी कानूनी कार्रवाई करेगी। इस धमकी के बाद कुमार विश्वास ने केजरीवाल पर निशाना साधा कि उन्हें इस आरोप पर हाँ या ना कुछ तो कहना चाहिए।
एएनआई को दिए बयान में केजरीवाल ने कहा, “उस आत्म-मुग्ध इंसान (केजरीवाल) के कुछ चिंटू (चेले) बोल रहे हैं, जो हमारी खून-पसीने से बनी हुई सरकारों के बाद आएँ हैं मलाई चाटने। उन चिंटुओं से कहना कि अपने आका को भेजो। अगर है औकात तो सामान लेके आए और मैं भी सामान लेके आता हूँ।”
विश्वास ने कहा कि इस देश को पता चले कि अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा था, क्या सुना था, उनके मैसेज क्या हैं, उन्होंने बोला क्या है। उन्होंने कहा कि देश को पता चलना चाहिए। अगर इस विषय पर बहस के लिए किसी चौक-चौराहे या टीवी चैनल, जहाँ भी केजरीवाल बुलाएँगे, वे वहाँ आ जाएँगे।
उन्होंने कहा, “चैनल को धमकी देते हैं ये कि दिखाएँ नहीं। मैं चैनलों का गवाह हूँ। इन चैनल के दो बड़े-बड़े पत्रकारों ने इंटरव्यू लिए थे दिल्ली चुनाव से पहले। मैंने कहा कि तुमने ये क्यों नहीं पूछा सवाल कि राज्यसभा की सीटें कैसे बेचीं। तुमने क्यों नहीं पूछा किसान आंदोलन पर सवाल। मैंने कहा कि तुमने क्यों नहीं पूछी इन बातों को तो बोला कि नहीं मुझे मना किया गया था ऊपर से कि भाई ये मत पूछो।”
विज्ञापन के माध्यम से मीडिया को खरीदने का केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए विश्वास ने कहा, “जब आप इतने-इतने करोड़ों के पैकेज दोगे चैनल को तो मामला ढीली होती है। कल-परसों एक चैनल का मैं इंटरव्यू देख रहा था, वो नहीं पूछ रहे हैं कि भाई ये ऐसा आरोप है तो आपका क्या कहना है। हाँ-ना कुछ तो करे।”
बता दें कि विश्वास द्वारा केजरीवाल पर अलगाववादी खालिस्तान का समर्थन करने का आरोप लगाए जाने के बाद आप नेता राघव चड्ढा ने धमकी देेते हुए कहा था कि अगर कोई कुमार विश्वास के बयानों को छापता है या दिखाता है तो AAP उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेगी। इतना ही नहीं चड्ढा ने दावा किया है कि इस तरह के बयान अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने के लिए दिए गए हैं।
कुमार विश्वास ने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा था,“उसने मुझसे ऐसी भयानक बातें बोली हैं जो पंजाब में सभी को पता है। एक दिन जब मैंने उससे 2020 के जनमत संग्रह के बारे में बात की तो वो कहता है कि तू चिंता मत कर एक दिन मैं या तो स्वतंत्र सूबे का मुख्यमंत्री बनूँगा या फिर स्वतंत्र राष्ट्र (खालिस्तान) का पहला प्रधानमंत्री बनूँगा। जब मैंने बताया कि इस रेफरेंडम को आईएसआई से लेकर दुनियाभर के अलगाववादी तत्व फंडिंग कर रहे हैं, तो उन्होंने मुझे चिंता नहीं करने को कहा।”
भारत के भूमि अर्थात भारत माता के साथ इतना अन्याय करने वाले केजरीवाल जैसे नेताओं के खिलाफ अब कानूनी कार्यवाही करने का समय आ गया है। उन्होंने दिल्ली की जनता को मूर्ख बनाकर बेशक चाहे एक प्रांत की सत्ता हथिया ली हो पर वह देश के टुकड़े करने के लिए खुले नहीं छोड़े जा सकते। ऐसे में सरकार को अब उन पर कड़ी कार्रवाई करनी ही चाहिए। दूध का दूध और पानी का पानी होकर जनता के सामने आना चाहिए।
मुख्य संपादक, उगता भारत