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गोवंश की समृद्घि के लिए सरकार संकल्पबद्घ:राधामोहन सिंह

shri radha mohan singh reading ugtabharatश्री निवास एडवोकेट

केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधा मोहन सिंह का कहना है कि गाय हमारी सांस्कृतिक धरोहर है, भारत जैसे कृषि प्रधानदेश में गौमाता का महत्व प्राचीन काल से ही रहा है। क्योंकि गाय हमारी अर्थव्यवस्था का आधार रही है।

श्री सिंह ने अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. बाबा नंदकिशोर मिश्र जो कि ‘उगता भारत’ के कार्यकारी संपादक भी हैं, के साथ एक विशेष बातचीत में कहा कि सरकार गौ भक्तों की भावना को समझती है, इसलिए गाय के लिए और गौ भक्तों के लिए सरकार एक ऐसी योजना लाना चाहती है, जिससे कि भारत की प्राचीन संस्कृति की सुरक्षा हो सके।

श्री सिंह ने विगत 8 सितंबर को सांसद भरत सिंह कोशयारी के निवास स्थान से ‘देशी गोवंश जागृति रथ’ का उद्घाटन करने के पश्चात ‘उगता भारत’ को बताया कि आज के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने यह सिद्घ कर दिया है कि गो माता के दूध, दही, घृत, गोमूत्र तथा गोमय इत्यादि सभी सहज और सरलता से उपलब्ध होने वाली महौषधि है। जिससे भयानक से भयानक बीमारियों को भी दूर किया जा सकता है। इसलिए सरकार गौमाता के प्रति अपने ‘राजधर्म’ को भली प्रकार जानती है। उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि आज गोवंश विलुप्त होता जा रहा है, और यदि भारत से देशी गोवंश विलुप्त हो गया तो समूचे भारत में निवास करने वाले मानव मात्र के लिए संकट पैदा हो जाएगा।

श्री सिंह ने कहा कि इस समय देशहित में उचित सोचने और सटीक फेेसले लेने का समय है, जिसके लिए उचित होगा कि हम व्यक्तिगत हितों की अनदेखी कर  देशहित को और मानवता के हित को सर्वोपरि मानकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि सरकार को उसके सकारात्मक कार्यों पर जनता का सहयोग मिलना नितांत आवश्यक है। यदि जनता ने सरकार की सकारात्मक नीतियों पर भी उदासीनता का प्रदर्शन किया तो हम पिछड़ते जाएंगे। उन्होंने कहा कि जनता का हमें जिस प्रकार सहयोग मिला है वह सचमुच प्रशंसनीय रहा है, और यदि ये सहयोग भविष्य में भी ऐसे ही मिलता रहा तो गाय के विषय में भी नरेन्द्र मोदी सरकार शीघ्र ही उचित और विवेकपूर्ण फेेसला लेगी। श्री सिंह ने कहा कि इस समय देश के गोवंश को बचाने के लिए श्री कृष्णायन जैसे संगठनों का विशेष योगदान चल रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि एक ऐसी सर्वस्वीकृत कार्य योजना हम बनाने में सफल हो जाएंगे जो गोवंश को बचाने में कारगर होगी। इसके लिए उन्होंने सभी गोभक्त संगठनों से अपेक्षित सहयोग मांगा। कार्यक्रम में महामंडलेश्वर स्वामी ईश्वर दास (अध्यक्ष) स्वामी कमलानंद (प्रचार प्रसार मंत्री) स्वामी ऋषभानंद, रथ संचालक स्वामी माधबानंद (प्रवक्ता) एवं पीठाधीश्वर बनवारी देवाचार्य (उपाध्यक्ष) आदि ने अपने विचार व्यक्त किये और गोरक्षा पर विशेष बल दिया।

हिंदू महासभा की ओर से संगठन के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. बाबा नंदकिशोर मिश्र और कृषिमंत्री राधामोहन सिंह दोनों नेता इस बात पर सहमत थे कि भारत की सनातन परंपराओं की रक्षार्थ गो रक्षा के लिए विशेष कदम उठाना समय की आवश्यकता है। जिसके लिए जहां आवश्यक होगा हिंदू महासभा सरकार को अपना रचनात्मक सहयोग प्रदान करेगी।

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