मोरिंगा मतलब सहजन। हाई सोसायटी के लोग इसे ड्रमस्टीक के नाम से जानते हैं। सांभर और सब्जी के रूप में खाए जाने वाले सहजन के पत्ते कई पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ हमारे शरीर की ऊर्जा देने और डिटाक्स करने के साथ संतुलित पोषण भी देते हैं। दरअसल, मोरिंगा के पत्तों में वे सभी पोषक तत्व होते हैं, जिनकी जरूरत हमारे शरीर को होती है। आजकल के खाद्य पदार्थ हमें वह पोषण नहीं दे पाते और साथ ही हमारे शरीर में ऐसे विषैले तत्व छोड़ देते हैं, जो हमारे शरीर के लिए नुकसान होता है। इसे डिटाक्स करना जरूरी हो जाता है।
मोरिंगा की खूबी यही है कि यह हमारे शरीर से विषैले पदार्थ को निकाल देता है। साथ ही हमें पोषण देने का भी काम करता है। इसमें मौजूद विटामिन, मिनरल्स, आठ एमिनो एसिड और प्रोटीन शरीर को स्वस्थ बनाते हैं। शरीर भी इसके पोषक तत्वों को पचाने में सक्षम होते हैं। क्योंकि इसमें किसी तरह का कोई केमिकल नहीं होता। पृथ्वी पर मोरिंगा एक ऐसा महत्वपूर्ण भोजन है जो बेजोड़ पोषक तत्वों से भरपूर है।
मोरिंगा विटामिन ए का बेहतरीन स्रोत है। यह आंखों को स्वस्थ रखता है। मोरिंगा में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम होता है, जो दूध में मौजूद मात्रा से कहीं अधिक होता है। प्राकृतिक रूप से इसमें मौजूद मैग्निशियम शरीर में कैल्शियम को आसानी से पचाने में मदद करते हैं। पोटाशियम के अलावा इसमें जिंक की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो खून की कमी पूरी करते हैं।
मोरिंगा के पत्ते शरीर में कोलेस्ट्राल स्तर को भी संतुलित करते हैं। इसमें सभी एमिनो एसिड पाए जाते हैं। इसमें शुगर के स्तर को बैलेंस रखने की क्षमता होती है। यह डायबिटिज से लडऩे में मदद करता है।
मोरिंगा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इसलिए एचआइवी के मरीजों को भी यह दिया जाता है।
मेटाबोलिज्म दुरूस्त रखने के लिए मोरिंगा के पत्ते का सेवन बेहतर माना गया है। पाचन क्रिया को सही रखने में यह मददगार तो है ही, इसे खाली पेट लिया जाए तो और भी बेहतर है। वजन घटाने के लिए लोग अक्सर डायटिंग करते हैं, ऐसे में यह एक अच्छा हेल्थ सप्लीमेंट है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी यह फायदेमंद है। यह ब्रेस्टमिल्क की मात्रा बढ़ाने में मददगार है। मोरिंगा के पत्ते को पोस्ट अच्छा स्किन टोन करता है।
मोरिंगा लिवर और किडनी को भी सुरक्षा देता है और बेहतर महसूस कराता है। यह हारमोन को संतुलित करता है। पीएच स्तर और ब्लडशुगर को भी यह सही रखता है।
मोरिंगा शरीर को ऊर्जा देने के साथ साथ कई बीमारियों से भी बचाता है। मोरिंगा के पत्ते का पाउडर बाजार में उपलब्ध है। इसका कैसे सेवन किया जाए इसके लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह करें। गर्भवती महिलाएं और ऐसे मरीज जो ब्लड-थीनिंग (खून पतला करने) की दवाई ले रहे हैं, उन्हें डॉक्टर की राय लेना जरूरी है क्योंकि मोरिंगा खून को गाढ़ा करता है। इसलिए इसके प्रयोग से पहले अपने डॉक्टर से मिलकर उनसे बात जरूर कर लें। मगर अन्य लोगों के लिए मोरिंगा का सेवन फायदेमंद है।