पंजाब और सिख को एक दूसरे का पर्यायवाची बनाने का परिणाम*
*पंजाब को और सिख धर्म को एक दूसरे के पर्यायवाची के तौर पर कई बार देखा जाता है इस मूर्खतापूर्ण निष्कर्ष का एक परिणाम यह हुआ कि खालिस्तानी मानसिकता वाले पंजाब पर अपना एकाधिकार समझते हैं*
*२६ जनवरी को लाल किले पर जो झांकी निकलती है यह पंजाब के झांकी की फोटो है पंजाब के झांकी के नाम पर वास्तव में.इस पूरे झांकी में सिख धर्म को ही दिखाया गया है पंजाब का जो हिंदू कल्चर था उसको हमेशा नजरअंदाज किया जाता है*
*पंजाब को और सिख धर्म को एक दूसरे का पर्यायवाची बनाने का असर यह हुआ कि खालिस्तानी सोच वाले पंजाब का अस्तित्व ही वहीं से मानते हैं जहां से सिख धर्म का जन्म हुआ है इस कारण वह पंजाब केवल सिखों का वाली मानसिकता से बहुत अंदर तक जकड़े हुए हैं*
*खालिस्तानी जब चरम नशे में जाते हैं तो वह हिंदुओं से ही पूछते हैं आप ने पंजाब के लिए क्या किया यह कुछ वैसा ही तर्क है कि कोई बच्चा अपने परदादा के द्वारा बनाए हवेली में रहे और उन्हीं से पूछे की हवेली बनाने में आपका कोई योगदान नहीं इसे तो मैंने बनाया है*
*खालसा की स्थापना को अभी मुश्किल से ५०० वर्ष भी नहीं हुए हैं लेकिन पंजाब की रक्षा हिंदू बहुत पहले से करते आ रहे हैं जैसे किसी अन्य क्षेत्र का करते हैं*
*चाणक्य के समय का मगध और आज का बिहार ने यूनानियों से पंजाब की रक्षा की थी मराठा पेशवा राजपूतों सब ने पंजाब की रक्षा की है विदेशी शक्तियों से*
*अब लेकिन पंजाब और सिख एक दूसरे का पर्यायवाची बना दिया गया है मतलब धार्मिक आईडेंटिटी और ज्योग्राफिकल आईडेंटिटी को मिला दिया गया यह कुछ वैसा ही घालमेल है कि दूरी को लीटर में नापा जाए और लिक्विड को मीटर में*
*उसका परिणाम यह है कि यह पंजाब पर केवल अपना अधिकार समझ रहे हैं मतलब पंजाब भारत का अंग नहीं बल्कि कनाडा से इनके बाप को मिला दहेज है बहुत सारे लोग तो ये जानकर भी हैरान होते हैं कि पंजाब में हिन्दू भी रहते हैं हिन्दू पंजाब में हजारों साल से है जबकि सिख साढ़े तीन सौ साल से लेकिन वहां से हिन्दू संस्कृति लगभग मिटाई जा चुकी है चौरासी के दंगों में मारे गए सिखों से सबको सहानुभूति है पर सिखों द्वारा मारे गए पैंतालीस हजार हिन्दुओं की कोई बात नहीं करना चाहता*
*अब कुछ विद्वान उपस्थित होंगे ज्ञान बघारने कि हिन्दू सिख अलग नहीं हैं।*