गाजियाबाद। योगी सत्य नाथ जी महाराज का कहना है कि हिंदी हिंदू हिंदुस्तान से ही हिंदुस्तान के रक्षा होना संभव है। उन्होंने कहा कि हिंदी हिंदू हिंदुस्तान में ही इस देश की प्राण शक्ति का वास है। जो इसके मर्म को समझ जाता है वह देश भक्त देश की सेवा को अपने जीवन का सबसे बड़ा व्रत समझ लेता है। उन्होंने ‘उगता भारत’ के साथ एक विशेष बातचीत में कहा कि हिंदी हिंदू हिंदुस्तान के संकल्प को सबसे पहले वीर सावरकर जी ने प्रकट किया था। इसके पीछे उनकी किसी भी प्रकार की कोई सांप्रदायिक सोच नहीं थी, बल्कि हिंदी हिंदू हिंदुस्तान का नारा देकर उन्होंने भारत की सांस्कृतिक विरासत और भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को मजबूत करने के लिए सभी देशवासियों का आह्वान किया था।
योगी जी महाराज ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि जिस क्रांतिकारी विचारधारा ने हिंदी हिंदू हिंदुस्तान को अपने आंदोलन का लक्ष्य बनाकर संघर्ष किया उनके कारण ही देश आजाद हुआ और अब जबकि इस प्रकार के संकल्प को लेकर चलने वाले लोगों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है तो देश उतनी ही गति से विश्व शक्ति बनने की दिशा में अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी महाराज प्रदेश को जिस संकल्प शक्ति के आधार पर आगे बढ़ा रहे हैं उसमें हिंदी हिंदू हिंदुस्तान का संकल्प उनकी बहुत प्रबलता से सहायता कर रहा है। उन्होंने कहा कि सबका साथ सबका विकास के संकल्प को हिंदी हिंदू हिंदुस्तान का नारा ही बलवती करता है।
उन्होंने कहा कि जो लोग भारत में रहकर भारत से बाहर के गीत गाते हैं वे देश की मुख्यधारा को नुकसान पहुंचाते हैं। योगी जी महाराज ने कहा कि आज देश के सभी नागरिकों को एक साथ मिलकर हिंदी हिंदू हिंदुस्तान के आधार पर आगे बढ़ना चाहिए। हमारे देश में पूजा पद्धति अलग हो सकती है लेकिन देश भक्ति की भावना सबके भीतर ओतप्रोत होनी चाहिए। जिसे हिंदी हिंदू हिंदुस्तान का नारा ही बलवती करेगा। इससे मुंह फेरने का अर्थ है कि व्यक्ति देश के प्रति समर्पित नहीं है।
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