नई दिल्ली, 16 दिसम्बर, 2014। कोटा से लोक सभा सांसद श्री ओम बिरला ने केन्द्र सरकार से फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए कार्ययोजना बनाने की मांग की। उन्होंने लोक सभा में नियम 377 के तहत् यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि कोटा एवं बूंदी जिले के वन्य क्षेत्रों व विभिन्न जलस्त्रोतों के नजदीक खेती करने वाले किसान वन्य जीवों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाने की समस्या से ग्रसित हैं । इससे क्षेत्र के किसानों भारी आर्थिक नुकसान उठाने को विवश होना पड़ रहा है। इस प्रकार की विपदा में किसान को किसी भी प्रकार की राहत न तो वन विभाग से देय है और न ही कृषि विभाग या अन्य किसी ऎजेन्सी से सहायता मिल पाती है।
उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में केन्द्र व राज्य सरकारों के द्वारा सम्मिलित रूप से कोई ऎसी कार्ययोजना बनाना आवश्यक है जिससे वन्य जीव वन्य सीमाओ से बाहर आकर कृषि संपदा को नुकसान नही पहुचाये और किसानों की खेती को इस प्रकार के पशुओ से बचाने के लिये ऊँची व मजबूत फेंसिंग रियायती दरों पर उपलब्ध कराई जाये तथा मनरेगा के अंतर्गत कृषि कार्यो के साथ खेतो पर फेंसिग किया जाना भी सम्मिलित किया जाये।
सांसद श्री बिरला ने मांग की कि किसानो को राहत प्रदान करने हेतु फसलों को वन्य पशुओ से सुरक्षित किये जाने व वन्य पशुओ को वन क्षेत्रे से बाहर आने से रोकने की अविलम्ब कार्ययोजना बनाकर किसानो की फसल सुरक्षित रखने के पुख्ता उपाय किये जाये।