कटक। ( संवाददाता ) वीर सावरकर फाउंडेशन के महामंत्री श्याम सुंदर पोद्दार ने कहा कि 1947 में देश को तोड़ने का काम महात्मा गांधी और गांधीवादियों ने किया था। जबकि देश को आजादी दिलाने का महानतम और वंदनीय कार्य नेताजी सुभाष चंद्र बोस और उन जैसे क्रांतिकारियों के द्वारा संपादित हुआ था। उन्होंने कहा कि भारत का यह दुर्भाग्य रहा कि देश का पहला प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु बना, जिसने क्रांतिकारियों का इतिहास कूड़ेदान में फेंक दिया और गांधी का झूठा इतिहास देश को पढ़ने के लिए मजबूर कर दिया।
श्री पोद्दार ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में 5 शिक्षा मंत्री मुस्लिम हुए। जिन्होंने इतिहास के हिंदू नायकों को कूड़ेदान में फेंक दिया और सारे देश की युवा पीढ़ी को अकबर जैसे कामी नीच और हिंदूद्रोही शासक को पढ़ने के लिए मजबूर कर दिया।
उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी में तेजी से जागरण हो रहा है और वह समझ रही है कि गांधी ने देश को तोड़ा और सुभाष ने देश को आजाद कराया। श्री पोद्दार ने कहा कि हम सरदार पटेल के देश को एक रखने के महान कार्य का भी समर्थन और वंदन करते हैं। इसी प्रकार जिन जिन लोगों ने भी देश के लिए समर्पित होकर काम किया हम उनका भी अभिनंदन करते हैं, लेकिन जिन्होंने मुस्लिम सांप्रदायिकता के समक्ष घुटने टेके उनका हम निन्दन करते हैं। उन्होंने कहा कि ओवैसी जैसे लोग यदि आज देश में मुस्लिमों के लिए अधिकार या जमीन मांग रहे हैं तो उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि उन्हें अपने हिस्से से अधिक भूमि पाकिस्तान के रूप में मिल चुकी है वह चाहे तो पाकिस्तान जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम कोठारी बंधुओं का सम्मान करते हैं और उन्हें यह सम्मान देकर सम्मान ही स्वयं में सम्मानित हुआ है।
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