गांव महावड़ में संपूर्ण व्यवस्था परिवर्तन पर हुई विचार गोष्ठी संपन्न


दादरी। ( अजय कुमार आर्य ) यहां के गांव महावड़ में संपूर्ण व्यवस्था परिवर्तन पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे आर्य समाज के सुप्रसिद्ध विद्वान क्रांतिकारी नेता महेंद्र सिंह आर्य ने कहा कि जब तक वर्तमान व्यवस्था लागू है तब तक हम भारत को भारत के रूप में कभी स्थापित नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद के सपनों का भारत बनाने के लिए हमें संपूर्ण व्यवस्था ही परिवर्तित करनी होगी। अपने संबोधन में श्री आर्य ने कहा कि वर्तमान में देश की न्याय व्यवस्था के साथ-साथ औद्योगिक नीति, विदेश नीति , पर्यावरण नीति , रक्षा नीति आदि भारतीयता के विरोध में हैं। जिन्हें हमें भारतीयता का स्वरूप प्रदान करना होगा।
आचार्य मोहन देव शास्त्री ने अपने संबोधन में कहा कि देश की वर्तमान पुलिस व्यवस्था पूरी तरह भ्रष्ट तंत्र में बदल सकती है। इसे हटा कर एक नई व्यवस्था देना समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि 1947 के बाद देश की नीतियों का भारतीय करण किया जाना आवश्यक था , परंतु उस समय देश की सरकारों ने पुराने ढर्रे को ही स्वीकार कर लिया। जिससे देश की वर्तमान स्थिति बहुत ही दयनीय हो चुकी है।
  उगता भारत के साथ एक विशेष बातचीत में श्री राजेश्वर मुनि जी ने कहा कि वर्तमान शिक्षा नीति के स्थान पर संस्कार आधारित शिक्षा नीति लाना हमारी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के लिए यज्ञ की परंपरा को पुनर्जीवित करना होगा। जबकि स्वास्थ्य के बारे में उन्हें कहा कि आयुर्वेद को देश की चिकित्सा पद्धति घोषित कर उसके अनुसार ही उपचार कराना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि वह वर्ण व्यवस्था को प्राथमिकता देंगे और स्वरोजगार को बढाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को उसका परंपरागत रोजगार प्रदान किया जाना उचित माना जाएगा। इस अवसर पर श्री कर्म योगी जी द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किए गए । उन्होंने कहा कि भारतवर्ष में  इस समय जो व्यवस्था काम कर रही है वह पूर्णतया भारत के विरोध में है। जिसे सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद ने जिस उद्देश्य को लेकर देश की आजादी के लिए संघर्ष किया था उनका वह संघर्ष सफल तो सफल हो गया परंतु उनके बाद देश की सत्ता गलत लोगों के हाथों में चली गई जिसे फिर आर्यों को लेना होगा।
  इस अवसर पर श्री चरण सिंह आर्य , विजेंद्र सिंह आर्य, ज्ञानेंद्र सिंह, राजेश कुमार, किशन लाल शर्मा, मंगल शर्मा, राजीव कुमार विकल, जगन सिंह ठेकेदार आदि सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।
  

Comment: