प्रधानमंत्री का ‘बड़ा काम’
राजनीतिज्ञों और राजनीति के प्रति लोगों के गिरते विश्वास को देखते हुए यह एक शुभ संकेत है कि प्रधानमंत्री मोदी अपने कहे को याद रखते हैं और उसे पूरा करने के प्रति गंभीर रहते हैं। प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव से पहले अपनी एक रैली में कहा था कि दुनिया के दूसरे देशों में परेशान हिंदुओं के लिए भारत को अपने दरवाजे खोल देने चाहिए. दुनिया के किसी भी कोने में सताए जा रहे हिंदुओं के लिए हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए. सरकार में आते ही प्रधानमंत्री मोदी अपने उस वादे को पूरा करने में जुटे हुए हैं. बहुत जल्द सरकार ऐसा प्रावधान लाने जा रही है जिससे अब पाकिस्तान से आ रहे हिंदू शरणार्थियों को भारत में बैंक अकाउंट खुलवाने में कोई परेशानी नहीं होगी।
हिंदू शरणार्थियों की ये शिकायत रही हैं कि उन्हें भारत में भी ढेरों शिकायतों का सामना करना पड़ता है। पर अब मोदी सरकार उनकी थोड़ी परेशानी कम करने के मूड में है। खबर है कि ऐसे हिंदू शरणार्थी जो भारत में लम्बे दौर का वीजा लेकर रह रहे हैं, अब बैंकों में अपना अकाउंट खुलवा सकते हैं, साथ ही यहां प्रॉपर्टी भी खरीद सकते हैं। भारतीय नागरिकता मिलने तक अब उन्हें भारतीय इकॉनोमिक सिस्टम से अब अलग नहीं रहना पड़ेगा. पिछले एक साल में मोदी सरकार पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आये हिंदू शरणार्थियों में से 4000 से भी ज्यादा लोगों को नागरिकता दे चुकी है. ये संख्या पिछले 5 सालों में यूपीए सरकार द्वारा दी गयी नागरिकता से चार गुने से भी ज्यादा है।
वास्तव में मुस्लिम देशों से भारत आ रहे हिंदुओं का जीवन अपने छूटे हुए मुस्लिम देश में तो कठिन था ही, भारत में आकर भी उसे मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। जबकि वह भारत को अपना घर समझकर आता था, प्रधानमंत्री ने ऐसे हिंदुओं को उनका ‘घर’ देकर सचमुच बड़ा काम किया है।