———————————————पश्चिम बंगाल में भाजपा के पास न तो कार्य कर्ता थे ना वोटर अचानक इसके वोट ४ गुना बड़ गए 10 प्रतिशत से 40प्रतिशत हो गये राज्य में 87 हज़ार बूथ थे भाजपा सिर्फ़ 20 हज़ार बूथ पर अपना एजेंट दे पाई बिस्वस्त सूत्रों से यह ख़बर मिली पोलिंग बूथ एजेंट के नाम पर 40000बूथ एजेंट का पर पैसा खर्च हुवा। पर सच में 20 हज़ार पोलिंग बूथ एजेंट ही थे। बंगाल में असम्भव सम्भव हो गया। भाजपा 77.1 प्रतिशत बूथ में अपना आदमी नही दे पायी सिर्फ़ 22.9 प्रतिशत बूथ पर एजेंट दे पायी। यह असम्भव सम्भव हो गया। भाजपा ने असेम्ब्ली चुनाव में 89000 बूथ में आदमी दिया। भाजपा की सभावो में ममता से दुगुनी भीड़ आती थी। ममता का जाना तय था। प्रशांत किशोर ने चाल चली। TMC नेतावो ने भाजपा के जो काउंटिंग एजेंट थे उनका प्रशिक्षण नही हुवा था TMC के काउंटिंग एजेंट की तरह। उन्हें प्रशांत किशोर ने कहलवा दिया था। जाते टाइम TMC ने तुम्हारे लिए पैकेट बनाया है लेते जाना। 20 राउंड ने १५ राउंड पर देखने पर आया TMC 3000-4000 वोट से आगे है। 20000 /- ₹ से भरा लिफ़ाफ़ा भाजपा काउंटिंग एजेंट को दे दिया गया। उन्होंने 5 राउंड की काउंटिंग छोड़ कर TMC को जीत का सर्टिफ़िकेट सही करके दे दिया। अगले पंचायत चुनाव में भाजपा की अपने काउंटिंग एजेंट को ट्रेनिंग देना है। यह क्रिया निरंतर चलेगी नही तो प्रशांत किशोर खेला खेल जाएँगे। इलेक्शन में TMC की जीत के बाद बारासात बशीरहाट व सारे बंगाल में TMC के मुस्लिम समर्थकों ने हर हिन्दु की जमकर धुलायी की हिन्दु महिलाओं को रेप किया। तीन दीन बाद हिन्दु समाज ने मुसलमानो को मारना आरम्भ किया। दंगा रुक गया। केंद्र सरकार का दायित्व था वह पहले दिन ही केंद्रीय सुरक्षा बलों को राज्य सरकार से पूछे बिना उतार कर हिन्दुओं की रक्षा करती। क्योंकि राज्य सरकार ने मुसलमानो को खुली छूट दे रखी थी जितना चाहो हिन्दुओं को मारो हिन्दु महिलाओं को रेप करो।