साभार सोशल मीडिया धर्म सिंह चंदेल,
आज यह पोस्ट इसलिए लिख रहा हूं क्योंकि हिंदुत्व की तुलना आदमखोर इस्लामी आतंकी संगठनों बोको हरम और ISIS से कर के कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद ने केवल 100 करोड़ हिन्दूओं को आहत अपमानित नहीं किया है। उसने 100 करोड़ हिन्दूओं के आराध्य देवी देवताओं को भी भद्दी इस्लामी गाली दी है।
बस केवल इन तीन उदाहरणों को पढ़ लीजिए बात समझ में आ जाएगी। पहला उदाहरण: 11 जुलाई 2006 को कुख्यात इस्लामी आतंकी संगठन सिमी ने मुंबई लोकल ट्रेनों में बम विस्फोट कर के जब 209 निर्दोष नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया था। उससे ठीक 5 दिन पहले 6 जुलाई 2006 को उत्तर प्रदेश कांग्रेस का तत्कालीन अध्यक्ष सलमान खुर्शीद सुप्रीमकोर्ट में उसी इस्लामी आतंकी संगठन सिमी का वकील बनकर प्रकट हुआ था। उसने सिमी पर लगे प्रतिबन्ध को हटाने की मांग सुप्रीमकोर्ट से की थी। उसने इस्लामी आतंकी संगठन सिमी के पक्ष में सुप्रीमकोर्ट में दलील देकर कहा था कि सिमी एक सामाजिक सांस्कृतिक संगठन है और आतंकवाद से उसका कोई लेनादेना नहीं है। ध्यान रहे कि, सलमान खुर्शीद 6 जुलाई को जब सुप्रीमकोर्ट में आतंकी संगठन सिमी को एक निर्दोष सामाजिक सांस्कृतिक संगठन सिद्ध करने की कोशिश कर रहा था उस समय वह इस्लामी आतंकी संगठन सिमी मुम्बई की लोकल ट्रेनों में 11 जुलाई को श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोट कर के सैकड़ों हिन्दूओं को कत्ल करने के अपने आतंकी षड्यन्त्र को अंतिम रूप दे रहा था। ज्ञात रहे कि इतनी बड़ी आतंकी घटना को कुछ घण्टों या कुछ दिनों की तैयारी कर के अंजाम नहीं दिया जा सकता। इस्लामी आतंकी संगठन महीनों की तैयारी के बाद ही इतनी बड़ी साज़िश को अंजाम दे पाते हैं।
दूसरा उदाहरण: उल्लेखनीय है कि 1984 में कांग्रेसी गुंडों ने केवल 3 दिनों में दिल्ली समेत देश भर में हज़ारों निर्दोष सिक्खों को सड़कों पर सरेआम कत्ल कर दिया था। उसके ठीक 2 वर्ष बाद कांग्रेस के इसी मुसलमान नेता सलमान खुर्शीद ने 1986 में एक किताब लिखी थी। उस किताब का नाम “At Home In India; A Statement of Indian Muslims” था। उस किताब में सलमान खुर्शीद ने 1984 के सिक्ख दंगो के विषय में लिखा था कि –“हिन्दू और सिख आपस में लड़ रहे थे, एक दूसरे के खून के प्यासे हो रहे थे, हत्याएं हो रही थीं…. इस बात से भारतीय मुसलमान बहुत खुश थे…उन्हें लगता है की हिन्दू और सिख अपने 1947 के किये गए कर्मों का फल भोग रहे है …उन्हें उसी की सजा मिल रही है ..जो उन्होंने मुस्लिम के साथ किया था…” ध्यान रहे कि यह किताब लिखने के बाद सलमान खुर्शीद को कांग्रेस ने देश का कानून मंत्री, वाणिज्य मंत्री, विदेश राज्य मंत्री सरीखे अति महत्वपूर्ण पद सौंपकर उसे पुरस्कार दिया था। तीसरा उदाहरण: 6 वर्ष पूर्व यही सलमान खुर्शीद लाहौर में हुई एक सेमिनार में गया था। वहां उसने पाकिस्तानी मुसलमानों की भीड़ के सामने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जमकर ज़हर उगला था लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ की जमकर तारीफ की थी। उन पाकिस्तानी मुसलमानों की भीड़ से उसने कहा था कि… नवाज़ शरीफ़ ने तो भारत से सम्बन्ध सुधारने की बहुत कोशिश की लेकिन नरेन्द्र मोदी की दुष्टता के कारण सम्बन्ध नहीं सुधर रहे। यह तीन उदाहरण पर्याप्त हैं यह समझाने के लिए कि ओसामा बिन लादेन और हाफिज़ सईद से ज्यादा खतरनाक हिन्दूद्रोही, भारतद्रोही है। अंतर केवल इतना है कि लादेन और सईद सामने नजर आते हैं और सलमान सरीखे संपोले आस्तीन में छुपे होते हैं।
(उपरोक्त लेख सोशल मीडिया पर पुराने मित्र श्री धर्म सिंह जी के आग्रह पर, प्रस्तुत है। सलमान खुर्शीद पर उन्होंने जो लिखा, हिन्दुओं को उन हिन्दू विरोधियों को भी पहचानने की जरुरत है, जिन्हें हम बहुत बड़ा नेता मानते हैं। )